‘सेंकाकू’ के निकट जापान की ‘मिसाइल’ यंत्रणा तैनात – ‘इस्ट चाइना सी’ में अमरिकी बॉम्बर्स एवं जापान के विमानों का युद्धाभ्यास

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरटोकिओ – ‘इस्ट चाइना सी’ में ‘सेंकाकू’ द्विपसमुहों की सुरक्षा के लिए जापान ने नजदिकी द्विप पर मिसाइल यंत्रणा तैनात की है| इसमें जमीन से हवा में एवं विध्वंसकों पर हमला करने के लिए उपयोग मिसाइल यंत्रणा का समावेश होने की जानकारी जापान के रक्षा मंत्रालय ने दी है| साथ ही अमरिका के ‘बी-५२’ बॉम्बर्स और जापान के लडाकू विमानों ने इस समुद्री क्षेत्र में संयुक्त युद्धाभ्यास करने की जानकारी भी जापान के रक्षा मंत्रालय ने घोषित की है| अमरिका के सहयोग से जापान ने ‘इस्ट चाइना सी’ क्षेत्र में लष्करी जमावडा शुरू किया है और यह चीन के लिए चेतावनी होती दिख रही है|

सेंकाकू द्विपसमुह से करीबन ४०० किलोमीटर दूरी पर दो द्विपों पर जापान के रक्षा मंत्रालय ने यह तैनाती की है| जापान के ‘सेल्फ डिफेन्स फोर्स’ इस लष्करी गुट के ५६० सैनिक और मिसाइल यंत्रणा कागोशिमा प्रांत की ‘अमामी-ओशिमा’ द्विपों पर तैनात की गई है| इसके अलावा ‘ओकिनावा’ प्रांत में ‘मियाको’ द्विप पर ३८० सैनिक और मिसाइल यंत्रणा की तैनाती की गई है| यह प्राथमिक तैनात है और अगले वर्ष के दौरान इन द्विपों पर तैनात सैनिकों की संख्या दुगनी करने की जानकारी भी जापान के रक्षा मंत्रालय ने दी है| वही, ओकिनावा प्रांत में पहले ही जापान के २,२०० सैनिक तैनात है|

इसके अलावा ‘मियाको’ द्विप से १०० किलोमीटर दूरी पर और सेंकाकू द्विप समुह के निकट ‘इशिगाकी’ द्विप पर भी इसी प्रकार ५०० सैनिक और मिसाइल यंत्रणा तैनात करने के बारे में जापान का रक्षा मंत्रालय विचार कर रहा है| जापान के अन्य सीमा रेखा की तुलना में दक्षिणी क्षेत्र में रक्षा सज्जता कम थी, यह कारण देकर यह सेना की तैनाती बढाने का दावा जापान कर रहा है| ‘देश की दक्षिणी सीमा और द्विपों की सुरक्षा को अहमियत देकर यह तैनाती की है’, ऐसा जापान के रक्षा मंत्री ‘ताकेशी इवाया’ इन्होंने कहा है| साथ ही आपत्ति के समय में भी इस तैनाती का लाभ होगा, यह दावा रक्षा मंत्री ने किया है|

इस सेना तैनाती के साथ ही जापान ने अमरिका की सहायता से ‘इस्ट चाइना सी’ के समुद्री क्षेत्र की गतिविधियां बढाने की शुरूआत भी की है| दो दिन पहले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में गश्त कर रहे अमरिका के ‘बी-५२एच’ लंबी दूरी के बॉम्बर्स विमानों ने जापान की वायुसेना के लडाकू ‘एफ-१५सी’ विमानों के साथ गश्त की| जापान की वायुसेना के प्रशिक्षण का यह एक हिस्सा था, ऐसा जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है|

इस दौरान, सेंकाकू के नजदिकी द्विपों पर विमान विरोधी एवं युद्धनौका विरोधी मिसाइल यंत्रणा की तैनाती के पीछे सही कारण जापान के रक्षा मंत्रालय ने घोषित नही किया है| लेकिन, ‘इस्ट चाइना सी’ क्षेत्र में चीन की बढती लष्करी गतिविधियों को जवाब देने की तायारी जापान ने की है, यह दिख रहा है|

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