भारत-अमेरिका 500 अरब डॉलर्स के व्यापार का ध्येय सामने रखें – युएसआयबीसी के अध्यक्ष का आव्हान

US-India-Tradeनई दिल्ली – भारत और अमेरिका को द्विपक्षीय व्यापार 500 अरब डॉलर्स तक ले जाने का ध्यय रखना चाहिए, ऐसा ‘युएस इंडिया बिज़नेस काऊन्सिल-युएसआयबीसी’ के नए अध्यक्ष अतुल केशप ने कहा है। अमेरिका की भूतपूर्व राजनैतिक अधिकारी केशप ने दो लोकतंत्रवादी देशों में यह व्यापारी सहकार्य विश्व के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होने का दावा किया। 

भारत और अमेरिका का व्यापारी सहकार्य तकरीबन 500 अरब डॉलर्स का ध्येय तय कर सकता है, ऐसा विश्वास इससे पहले भी व्यक्त किया गया था। दोनों देशों की चर्चा में इस पर विशेष ज़ोर दिया जाता है। पर अब तक व्यापार के प्रति मतभेदों की वजह से भारत एवं अमेरिका के बीच व्यापार अपेक्षित गति नहीं ले पाया है। इस पृष्ठभूमि पर, युएसआयबीसी के नए अध्यक्ष अतुल केशप ने फिर से दोनों देशों के बीच व्यापारी सहकार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है, ऐसा कहा है।

Atul-Keshapलोकतंत्र और मुक्त व्यवस्था वाले भारत और अमेरिका में व्यापारी सहकार्य दोनों देशों की जनता के लिए महत्वपूर्ण तो है ही, मगर दोनों देशों के सहकार्य की वजह से कोरोना की महामारी का मुकाबला करने वाले विश्व को भी इससे बहुत बडा लाभ होंगे, ऐसा विश्वास केशप ने व्यक्त किया। कोरोना की महामारी समाप्त होने के बाद विश्व के आर्थिक विकास के लिए शीघ्रता से कदम उठाने चाहिएं। इसके लिए भारत और अमेरिका में व्यापार को गति मिलनी चाहिए, ऐसा केशप ने आगे कहा।

इसके साथ ही कोरोना के संकट के दौरान भारत द्वारा अमेरिका को की हुई सहायता के लिए केशप ने भारत का आभार माना। तो कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भारत को अमेरिका ने सहायता प्रदान की, इसकी याद केशप ने दिलाई। इसलिए दोनों देशों को एक-दूसरे सहायता करनी चाहिए, यह संदेश मिला है। लोकतंत्रवादी देशों को एक्जुट होकर कार्य नहीं किया तो अपना भविष्य अंधकारमय होगा, ऐसा इशारा भी केशप ने दिया।

इस दौरान केशप जब यह दावा कर रहे थे तब अमेरिका के एक सिनेटर ने गेहूँ के उत्पादन पर सबसिडी देने वाले भारत के खिलाफ बायडेन प्रशासन कार्यवाही करे, ऐसी मांग की है। कुछ समय पूर्व बायडेन प्रशासन ने भारत के अमेरिका के निर्यात को झटके देनेवाले निर्णय किए थे।

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