यूएई रशियन सोने के व्यापार का केंद्र बना है – पश्चिमी माध्यमों का दावा

दुबई – यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर पश्चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से खाड़ी देशों को लाभ प्राप्त हुआ है। सौदी अरब ने रशिया से डीजल और ईंधन वायू खरीद कर इसकी बिक्री यूरोपिय देशों को करने की जानकारी हाल ही में सामने आए थे। अब यूएई रशियन सोने के व्यापार का केंद्र बना होने की जानकारी प्रसिद्ध हुई है। रशिया के सोने को प्राप्त हो रही मांग के कारण इस व्यापार में यूएई ने ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ दिया है और इसके बात इसपर अधिक तीव्रता से चर्चा शुरू होती दिख रही है।

सोने के व्यापार का केंद्रपिछले साल रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ था तब से अब तक यूएई ने रशिया से ७५.७ टन और ४.३ अरब डॉलर्स मूल्य के सोने की आयात की है। वर्ष २०२१ की तुलना में यूएई की सोना खरीद १.३ टन अधिक होने की बात ‘रशियन कस्टम’ ने साझा की हुई जानकारी से सामने आयी है। रशिया से सोना खरीद कर रहा यूएई सबसे आगे हैं।

यूएई के अलावा चीन और तुर्की ने पिछले साल रशिया से २०-२० टन सोने की आयात की थी। पिछले साल रशिया ने यूक्रेन पर हमला करने के बाद ‘जी ७’, यूरोपिय महासंघ और स्वीत्ज़र्लैण्ड ने रशियन सोने की निर्यात पर पाबंदी लगाई थी। इसके पहले ब्रिटेन ही रशिया से सबसे अधिक सोना खरीदने वाला देश था। लेकिन, पिछले वर्ष के प्रतिबंधों की वजह से रशिया से हो रही सोने की निर्यात का २० अरब डॉलर्स नुकसान होने का दावा अमरीका, यूरोपिय नेता, माध्यम और विश्लेषकों ने किया था।

ईंधन के साथ ही रशिया से हो रही सोने की निर्यात भी बाधिक होने पर रशियन अर्थव्यवस्था ढ़ह जाएगी, ऐसी संभावना जताई जा रही थी। लेकिन, पश्चिमी देशों ने रशिया पर प्रतिबंध लगाए होने की स्थिति में खाड़ी देश रशिया के लिए ‘लाइफलाईन’ साबित हो रहे हैं, ऐसा दावा विश्लेषकों ने किया था। खाड़ी में अमरिकी मित्र देशों ने अमरीका और यूरोपिय देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंधों का पालन नहीं करेंगे, ऐसे आगाह किया था। इसके अनुसार यूएई ने रशिया से भारी मात्रा में सोना खरीदना जारी रखा दिख रहा है।

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