वर्ष २०१७ के बाद पहली बार राजनीति सहयोग के लिए पहल करके यूएई और कतार एक-दूसरे देश में अपने दूतावास शुरू करेंगे

दुबई/तेहरान – सौदी अरब और ईरान ने राजनीतिक सहयोग स्थापित करने के लिए उठाए कदमों पर कदम रखकर यूएई और कतार ने भी यही निर्णय दोहराया है। अगले कुछ दिनों में दोनों देशों में एक-दूसरें के दूतावास फिर से शुरू होंगे, यह ऐलान यूएई और कतार ने किया है। इस वजह से खाड़ी क्षेत्र की सियासत में सकारात्मक बदलाव होने का दावा किया जा रहा है। इसके बावजूद कासेम सुलेमानी, आतंकवाद के मुद्दे पर सौदी और ईरान के मतभेद अभी भी कायम होने की बात सामने आ रही है।

सोमवार को यूएई और कतार के विदेश मंत्री की फोन पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने संबंध सुधारने की बात स्वीकारी है। इसी के तहत दोनों देश जल्द ही अपने अपने शहरों में एक-दूसरे का दूतावास शुरू करेंगे। यूएई की राजधानी अबु धाबी में कतार का दूतावास और दुबई में उच्चायोग शुरू होगा। इसके अलावा कतार की राजधानी दोहा में यूएई का दूतावास शुरू होगा, ऐसा दोनों देशों के विदेश मंत्रालय ने घोषित किया है।

कतार भी आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश है, यह आरोप लगाकर वर्ष २०१७ में सौदी अरब के साथ यूएई, बहरीन, इजिप्ट ने कतार पर प्रतिबंध लगाए थे। कतार अपने प्रभाव के अंतरराष्ट्रीय अरब समाचार चैनलों का इस्तेमाल करके इजिप्ट में मुस्लिम ब्रदरहूड, पैलेस्टिन की हमास जैसी आतंकवादी संगठनों का प्रचार कर रहा हैं, यह आरोप अरब देशों ने लगाया था। कतार में अपने दूतावास को बंद करके इन अरब देशों ने कतार का बहिष्कार किया था।

लेकिन, पिछले वर्ष जनवरी महीने में सौदी के साथ अन्य अरब मित्र देशों ने कतार पर लगाए प्रतिबंध हटाए थे। इसके बाद अरब देशों के प्रमुखों ने कतार का दौरा किया था। लेकिन, वहां दूतावास शुरू करने का निर्णय अरब देशों ने नहीं किया था। दो महीने पहले सौदी और ईरान का सहयोग स्थापित होने के बाद अरब देशों ने कतार के संबंध सुधारने की गतिविधियां भी बढ़ाई है। दूतावास फिर से शुरू करने का यूएई और कतार ने किया निर्णय इसीका हिस्सा बनता है।

सौदी और ईरान का सहयोगभी गतिमान होता दिख रहा है। रविवार को सौदी अरब के विदेश मंत्री प्रिन्स फैझल बिन फरहान ने भी ईरान का दौरा करके राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी से मुलाकात की। पिछले सात सालों में पहली बार सौदी के विदेश मंत्री ने ईरान का दौरा किया है। इस दौरान दोनों देशों के ताल्लुकात सुधारने के मुद्दे पर चर्चा हुई। साथ ही दोनों देशों के सर्वोच्च नेताओं की बैठक करने के मुद्दे पर भी इस दौरान चर्चा होने का दावा किया जा रहा है।

इसके बाद सौदी के विदेश मंत्री ने ईरान के विदेश मंत्री हुसेन अमिरअब्दोल्लाहियान से मुलाकात की। लेकिन, इसके बाद माध्यमों के सामने सौदी के विदेश मंत्री ने अड़ियल रवैया दिखाया। ईरान के कुदस्‌ फोर्सेस के पूर्व प्रमुख कासेम सुलेमानी की फोटो होने वाले कमरे से माध्यमों को संबोधित करने से सौदी के विदेश मंत्री ने इनकार किया। ईरान ने भी प्रिन्स फैझल की मांग स्वीकार करके दूसरे कमरे में वार्ता परिषद का आयोजन किया। यह छोटी सी बात सौदी अरब और ईरान के मतभेद स्पष्ट करती है। ईरान ने इस मामले को अधिक खिंचे बिना सौदी के विदेश मंत्री की मांग स्वीकारी तो की, लेकिन ईरान के राष्ट्रीय नायक समझे जा रहे कासेम सुलेमानी हमें स्वीकार नहीं हैं और इसपर हम समझौता करना मुमकिन नहीं हैं, यही संदेश सौदी अरब ईरान को देता दिख रहा है।

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