रशियन सरहद के करीबी इस्टोनिया में अमरिकी सेना का दल दाखिल

तालिन/वॉशिंग्टन – अमरीका के ‘फर्स्ट इन्फैन्ट्री डिविजन’ का दल रशियन सरहद से जुड़े इस्टोनिया में दाखिल हुआ है। यह दल इस्टोनिया के तारा नामक रक्षा अड्डे पर तैनात किया गया है और यह क्षेत्र रशियन सीमा से मात्र २० किलोमीटर की दूरी पर है। इस दल के बाद अमरीका इस्टोनिया में ‘हायमार्स सिस्टम प्लैटून’ की भी तैनाती करेगी। इस्टोनिया की सेना को हायमार्स सिस्टम का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और सन २०२६ में हायमार्स यंत्रणा इस्टोनिया के रक्षा बल का हिस्सा बनेगी, यह कहा जा रहा है।

रशियन सरहदरशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमरीका एवं नाटो देशों ने रशियन सीमा के करीबी देशों में रक्षा तैनाती बढ़ाने का निर्णय लिया है। अगले कुछ सालों में बाल्टिक देशों के साथ रशियन सीमा के करीबी देशों में नाटो की सैन्य तैनाती एक लाख से अधिक होगी, ऐसे संकेत नाटो प्रमुख ने दिए हैं। साथ ही इन देशों में प्रगत रक्षा प्रणाली तैनात करने की गतिविधियों को भी गतिमान किया गया है।

इस्टोनिया के पड़ोसी देश लिथुआनिया ने अमरीका के साथ ४८.६ करोड़ डॉलर्स के रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत लिथुआनिया आठ ‘हायमार्स सिस्टम्स’ एवं ‘आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम’ खरीदेगा। सन २०२५ से यह यंत्रणा लिथुआनिया में दाखिल होने लगेगी, यह जानकारी देश के रक्षा विभाग ने साझा की। अमरीका के अलावा ब्रिटेन और फ्रान्स ने भी बाल्किट देशों को रक्षा यंत्रणा प्रदान करने का प्रस्ताव दिया है। नाटो की योजना के तहत ब्रिटेन और फ्रेंच सेनाओं के दल भी इन देशों में फिलहाल तैनात किए गए हैं।

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