हफ़्ते भर में कोरोनावायरस के कारण तीन गुना मौतें – जागतिक स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी

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जीनिव्हा/रोम/वॉशिंग्टन – दुनियाभर में कोरोनावायरस से हुईं मौतों की संख्या 15,337 तक पहुँच गयी है। वहीं, कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या साढ़ेतीन लाख से भी उपर पहुँच गयी है। गत हफ़्तेभर में इस संक्रमण से हुईं मौतों की संख्या तीन गुना हुई होने की और कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दो गुना हुई होने की चेतावनी जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने दी है। इसमें सर्वाधिक मौतें इटली में हुईं होकर, ऐसे ही भयंकर हालात अपने देश में पैदा ना हों इसलिए दुनियाभर के नेता अपनी अपनी जनता को घर से बाहर ना निकलने का मन:पूर्वक आवाहन कर रहे हैं।

इटली में इस संक्रमण से 5500 से भी अधिक मौतें हुईं हैं। इटली में इस संक्रमण का केंद्र माने जानेवाले लोंबार्डी शहरस्थित शवागारों ने मृतदेहों का स्वीकार करने से इन्कार किया है। क्षमता खत्म होने के कारण यह निर्णय लेना पड़ा, ऐसा यहाँ के अधिकारी ने कहा है। लेकिन इतनी भयावह परिस्थितो होकर भी इटली की जनता सरकार ने जारी कीं सूचनाओं का पालन करने के लिए तैयार नहीं है। इटली के किनारों पर मौजमस्ती करनेवाले महाभागों की संख्या अभी भी कम नहीं हुई है। इसके व्हिडिओ प्रसारित करके इटली के विभिन्न प्रान्तों के मेयर्स ने दुनियाभर की जनता को, कम से कम आप तो ऐसी ग़लती ना करें, ऐसा दिल दहला देनेवाला संदेश दिया है।

इटली के अस्पतालों के आयसीयू बेडस् 92 प्रतिशत भर गये हैं। वहीं, कुछ प्रान्तों के अस्पतालों में आयसीयू बेडस् की कमी सामने आने लगी है। इसके बावजूद भी इटली के नागरिक सरकार की सूचनाओं को ठुकरा रही होने की भयंकर बात इससे उजागर हुई है। स्पेन में प्रधानमन्त्री पेड्रो सँचेझ ने नॅशनल इमर्जन्सी और 15 दिन तक बढ़ाने की घोषणा की। गत 24 घण्टों में स्पेन में 394 लोगों की मौत हुई होकर, इस संक्रमण के कारण स्पेन में अब तक 2,182 लोगों की जानें जा चुकी हैं। इस संक्रमण से, इटली तथा चीन के बाद सर्वाधिक मौतें स्पेन में हुई हैं। इस देश के नागरिक भी ग़ैरजिम्मेदाराना बर्ताव करते हुए सरकार की सूचनाओं की ओर अनदेखा कर रहे हैं। स्पेन में लॉकडाऊन करने के बाद भी बेझिझक बाहर ह्जूमनेवाले कुछ लापरवाह नागरिकों को गिरफ़्तार किया होने की ख़बरें आयी हैं।

कोरोनावायरस का फैलाव बढ़ चुके ब्रिटन में भे अब किसी भी पल लॉकडाऊन की घोषणा की जा सकती है। यह संक्रमण कहर ढा रहा है, फिर भी लंडन के मेट्रो स्टेशन पर भीड़ दिखायी दे रही होकर, जनता पर रोक लगाने में पुलीसदल भी नाक़ाम साबित हुआ है। इस कारण अब सेना को तैनात करने का निर्णय ब्रिटन की सरकार द्वारा लिया जा सकता है।
अमरीका के लगभग 34 प्रान्तों में मिलाकर 471 लोहों की मौत हुई है। अमरीका में इस संक्रमण से बाधित तक़रीबन 35,200 मरीज़ पाए गये हैं। अमरीका जैसे प्रगत स्वास्थ्यसेवा होनेवाले देश ने भी, इस संक्रमण का सामना करते समय बहुत बड़ी चुनौतियाँ सामने आ रहीं होने की बात मान्य की है। अमरिकी सेना ने न्यूयॉर्क में हॉटेल्स तथा रेस्टॉरंट का हॉस्पिटल्स में रुपान्तरण कर कोरोनावायरस के मरीज़ों पर ईलाज़ शुरू किये हैं।

जापान में होने जा रहे ऑलिंपिक गेम्स् की समयसारिणी पर इस संक्रमण का असर नहीं पड़ेगा, ऐसी घोषणा जापान ने की थी। लेकिन कॅनडा और ऑस्ट्रेलिया इन देशों ने इन गेम्स् में हिस्सा लेने से इन्कार किया है। दोनों देशों ने, ऑलिंपिक्स् के लिए अपना पथक ना भेजने का ऐलान किया है। वहीं, ऑलिंपिक महासंघ ने इन गेम्स् के बारे में गंभीरतापूर्वक सोचविचार करने की नौबत आयी है, ऐसा कहा है।

इसी दौरान, चीन से आयी एक ख़बर ने सारे विश्‍लेषकों को भयचकित किया है। चीन में मोबाईल तथा टेलिफोन धारकों की संख्या गत वर्ष की तुलना में दो करोड़ दस लाख से घटी हुई दिखायी दे रही है। यह गिरावट कुछ अलग ही संकेत दे रही होकर, चीन कोरोनावायरस के कारण हुईं मौतों की असली संख्या छिपा रहा होने का आरोप एक पश्‍चिमी अख़बार ने किया है।

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