बलोचिस्तान और ख़ैबर पख़्तूनवा के हज़ारों लोग कहाँ लापता हुए?

 ‘यूएनएचआरसी’ में भारत ने किया पाकिस्तान से सवाल

वॉशिंग्टन – जम्मू-कश्‍मीर में भारत बड़ी मात्रा में अत्याचार कर रहा है, ऐसी झूठी बयानबाजी संयुक्त राष्ट्र संघ की मानव अधिकार (यूएनएचआरसी) परिषद में कर रहें पाकिस्तान को भारत ने करारा प्रत्युत्तर दिया है। ‘भारत के विरोध में बेबुनियाद आरोप कर रहा पाकिस्तान पहले अपने इतिहास की जाँच करें। बलोचिस्तान, ख़ैबर पख़्तूनवा के हज़ारों नागरिक कहाँ लापता हुए? पाकिस्तान में अल्पसंख्यांकों पर हो रहें अत्याचार कौनसी श्रेणी के हैं’ ऐसे मर्मभेदक सवाल संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत के फर्स्ट सेक्रेटरी सेंथिल कुमार ने किए हैं। साथ ही, स्वयं नरसंहार करके यही आरोप दूसरों पर थोंपनेवाला पाकिस्तान यह दक्षिण एशिया का एकमेव देश है, ऐसी फटकार सेंथिल कुमार ने लगाई है।Balochistan Khyber Pakhtunkhwa People Missing

‘यूएनएचआरसी’ का ४३ वाँ सत्र शुरू है और सोमवार के दिन पाकिस्तान ने, जम्मू-कश्‍मीर में नरसंहार हो रहा है, ऐसी बयानबाज़ी बड़े ज़ोर से की थी। साथ ही, जम्मू-कश्‍मीर से धारा-३७० हटाने के बाद, वहाँ पर बड़ी मात्रा में अत्याचार और मानव अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है, ऐसे बेबुनियादी आरोप पाकिस्तान ने किए थे। इस पर भारत ने पाकिस्तान को करारा तमाचा लगाया है।

‘पाकिस्तान पहले अपने देश में क्या हो रहा है, यह देखें। इसके बाद ही दूसरे देश को सलाह दें। बलोचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई, हिंसा, अपहरण और हत्या करने की वारदातें हमेशा की बात बनी है। अबतक लगभग ४७,००० बलोच और ३५,००० पश्‍तून लापता हुए हैं। बलोचिस्तान में जारी हिंसा में ५०० से भी अधिक हजारा वंशियों की मौत हुई हैं। इसी बीच कई हजारा वंशियों ने पाकिस्तान को छोड़ दिया है, इस ओर पाकिस्तान ध्यान दें’, इन शब्दों में सेंथिल कुमार ने पाकिस्तान को आईना दिखाया। साथ ही, बलोचिस्तान, ख़ैबर पख़्तूनवा से ये नागरिक कहाँ गायब हुए, ऐसा कड़ा सवाल भी सेंथिल कुमार ने किया।

‘पाकिस्तान ‘यूएनएचआरसी’ जैसे आंतर्राष्ट्रीय मंच का गलत इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यांकों की स्थिति क्या है? धार्मिक चरमवाद और हिंसा की कई घटना इस देश में प्रतिदिन होती हैं। ऐसी घटनाओं से जिस देश का इतिहास भरा हो, उस देश ने दूसरों को फ़िजूल की सलाह देने के बजाय अपने इतिहास की जाँच करनी चाहिए’ ऐसा सेंथिल कुमार ने जताया है। साथ ही, भारत ने जम्मू-कश्‍मीर से धारा-३७० हटाने से किसी भी प्रकार का परिणाम नहीं हुआ है। लेकिन, पाकिस्तान वहाँ पर अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है, इस बात पर भी सेंथिल कुमार ने ध्यान आकर्षित किया।

इसी बीच, भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता प्राप्त हो रही है और भारत का चयन तय समझा जा रहा है। इसपर पाकिस्तान के विदेशमंत्री शहा महमूद कुरेशी ने चिंता जताई। ‘जम्मू-कश्‍मीर में भारत से अत्याचार हो रहे हैं और भारत ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के कश्‍मीरसंबंधित प्रस्ताव पर कभी भी अमल नहीं किया। इस वजह से भारत को अस्थायी सदस्यता प्राप्त होना यह संतोषजनक बात नहीं होगी’, यह बयान कुरेशी ने किया है।

पाकिस्तान आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जम्मू-कश्‍मीर का मुद्दा उपस्थित करने के लिए जानतोड़ कोशिश कर रहा है और हर बार उसके हाथ नाकामयाबी लग रही है। पाकिस्तान अब ‘पीओके’ को बचाने की कोशिश शुरू करें, यह बात पाकिस्तान के विश्‍लेषक ही कह रहे हैं। धारा-३७० हटाने के बाद जम्मू-कश्‍मीर में पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी मारे जा रहे हैं और इससे पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ी है। हमने अभी कश्‍मीर का मुद्दा छोड़ा नही है, यह अपनी जनता को दिखाने के लिए पाकिस्तान बड़ी कोशिश में जुटा स्पष्ट दिख रहा है।

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