कश्‍मीर के मुद्दे पर भारत विरोधी भूमिका अपना रहें तुर्की और मलेशिया को भारत से सहायता की उम्मीद – हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई करने के लिए पाकिस्तान ने भी किया भारत से अनुरोध

नई दिल्ली,  (वृत्तसंस्था) – कोरोना वायरस के मरीज़ों पर इलाज़ करने के लिए काफी प्रभावी साबित हो रही हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन इस दवाई की सप्लाई करें, यह माँग दुनियाभर से भारत के सामने रखीं जा रही है। अमरीका ने इस दवाई की सप्लाई करने पर भारत का शुक्रिया अदा किया था। तभी, ब्राजिल के राष्ट्राध्यक्ष ने भारत ने सप्लाई की हुई इस दवाई को ‘संजीवनी’ कहा था। अबतक करीबन ३० देशों ने भारत के सामने यह दवाई सप्लाई करने की माँग रखी है और कश्‍मीर मसले पर भारतविरोधी भूमिका अपनाकर, पाकिस्तान के पक्ष में खड़े रहनेवाले तुर्की और मलेशिया ने भी अब यह दवाई प्राप्त करने के लिए भारत से सहायता माँगी है। साथ ही, पाकिस्तान ने भी यह दवाई प्राप्त करने के लिए भारत के सामने माँग रखी है।

दुनियाभर में कोरोना वायरस का फैलाव बडी मात्रा में हो रहा है और कई देश भारत को हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा की आपूर्ति करने को कह रहें हैं। मूलत: मलेरिया के इलाज के लिए इस्तेमाल की जानेवाली हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन औषधि, कोरोना के इलाज के लिए असरदार साबित होने के कारण, अमरीका, इस्रायल, स्पेन, ब्रिटन जैसें देशों ने भारत के सामने यह दवाई देने की माँग रखी थी। उसके बाद भारत ने, यह दवाई निर्यात करने पर लगाए प्रतिबंध कुछ मात्रा में हटाकर इन देशों को हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की करोडों गोलियों की आपूर्ति की थी।

अमरीका, स्पेन और युनायटेड किंगडम इन देशों को भारत ने सबसे पहले हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की दवाई की सप्लाई की थी। इसके बाद अब रशिया, संयुक्त अरब अमिरात, जॉर्डन, लैटिन अमरीका और अफ्रिकी देशों को भारत यह दवाई प्रदान कर रहा है। युगांडा, इक्वेडोर को भी इस दवाई की आपूर्ति की जाएगी, यह भी कहा जा रहा है।

अब पाकिस्तान के साथ मलेशिया और तुर्की ने भी भारत से यह दवाई देने की माँग की है। भारत सरकार ने नौ महीनें पहले, जम्मू-कश्‍मीर से जुडी धारा-३७० हटाने का निर्णय किया था। इसके बाद तुर्की और मलेशिया ने भारत की आलोचना की थी। इन दोनों देशों ने, पाकिस्तान के पक्ष में खडे रहकर यह मसला आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपस्थित करने की कोशिश की थी। इसके बाद भारत ने इन देशों को कडे शब्दों में फटकार लगाई थी। मलेशिया से पाम तेल की आयात बंद करने का निर्णय भी भारत ने लिया था। अब ये दोनों देश हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन प्राप्त करने के लिए भारत की ओर बडी उम्मीद से देख रहे हैं।

तुर्की में कोरोना वायरस के कारण अबतक १,५१८ लोगों की मौत हुई है और कोरोना वायरस का संक्रमण हुए लोगों की संख्या बढकर ६९,३९२ तक जा चुकी है। वहीं, मलेशिया में अबतक ८४ लोगों ने दम तोड़ा है और ५,१८२ लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं।

मलेशिया को ८९,१०० टैब्लेट निर्यात करने की अनुमति भारत ने दी है, यह जानकारी मलेशिया के उप-विदेशमंत्री कमरुद्दीन जाफर ने बताई। साथ ही, भारत से और भी अधिक औषधि की माँग की जाएगी। लेकिन भारत में यह दवाई कितनी मात्रा में उपलब्ध है, इस पर यह निर्भर करता है, यह भी उन्होंने कहा।

पाकिस्तान ने भी भारत से यह दवाई देने की बिनती की है। पाकिस्तान में बनी स्थिति भी फिलहाल काफ़ी खराब है। पाकिस्तान में १२४ लोगों की मौत हुई है और ६,५०५ लोग इस महामारी से संक्रमित हुए हैं। पिछले हफ्ते में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अरिफ अल्वी ने, पाकिस्तान अब तुर्की से हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की दवाई प्राप्त करेगा, यह कहा था। लेकिन तुर्की ही भारत से सहायता प्राप्त होने की उम्मीद में है और ऐसे में, पाकिस्तान को भारत की याद आ रही है। हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करें, यह बिनती इम्रान खान की सरकार ने भारत से की है।

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