पश्चिमी राजनैतिक एवं आर्थिक प्रभाव घट रहा है – ब्रिटेन के भूतपूर्व प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर

लंडन – ’इस शताब्दी में सबसे भूराजनैतिक बदलाव रशिया से नहीं बल्कि चीन से होगा। अंतर्राराष्ट्रीय स्तर पर पश्चिमियों का राजनैतिक एवं आर्थिक प्रभाव खत्म हो रहा है। विश्व कम से कम दो और शायद कई ध्रुवों में विभाजित होगा’, ऐसा इशारा ब्रिटेन के पूर्व प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर ने दिया। आनेवाले समय में पश्चिमी राष्ट्रों को चीन से मुकाबला करने के लिए ठोस नीति बनाने की जरुरत है, ऐसा ब्लेयर ने आगाह किया है।

शनिवार को एक कार्यक्रम में ब्लेयर ने रशिया-युक्रेन युद्ध का उल्लेख करके इससे सीखे हुए सबक और भविष्य की नीति के बारे में अपनी भूमिका बयान की। इसमें उन्होंने पश्चिमी विश्व को रशिया नहीं बल्कि चीन से सर्वाधिक खत्रा होने का अहसास कराया। युक्रेन में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन द्वारा की गई कार्यवाई संकेत दे रही है कि, आनेवाले समय में चीन पर तर्कसंगत गतिविधियों के लिए भरोसा नहीं किया जा सकता, ऐसा दावा ब्लेयर ने किया है।

चीन तुरंत तैवान पर हमला करेगा, हमें ऐसा नहीं कहना है, पर वह हमला नहीं करेगा इस सोच से पश्चिमी देश आगे की नीति नहीं बना पाएंगे, इस ओर ब्लेयर ने ध्यान आकर्षित किया। फिलहाल चीन विश्व की दूसरे क्रमांक की महासत्ता है, इसकी याद उन्होंने दिलाई। ’चीन के पास रशिया से भिन्न शक्ति है और यह राष्ट्र अनेक तरह से अमेरिका एवं पश्चिमी राष्ट्रों के साथ स्पर्धा कर रहा है। प्रौद्योगिकी समेत कई क्षेत्रों में वह पश्चिमी राष्ट्रों से आगे निकल गया है, ऐसा बी ब्रिटेन के पूर्व प्रधान मंत्री ने आगाह किया।

चीन से पूरी तरह से दुष्मनी करना ठीक नहीं होगा, पर उसे खौफ में रखने के लिए सभी सहयोगी राष्ट्रों की सहायता से निति तैयार करने की जरुरत है, ऐसा ब्लेयर ने आगे कहा। इसके लिए अफ्रीका, खाडी राष्ट्र तथा भारत की भूमिकाएं महत्वपूर्ण होंगी, ऐसा भी पूर्व प्रधान मंत्री ब्लेयर ने कहा है।

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