भरोसे पर आधारित व्यवस्था की वजह से करों का संकलन बढ़ा

नई दिल्ली – भरोसे पर आधारित कर संरचना की वजह से करों से प्राप्त महसूल में बड़ी बढ़ोतरी हुई। इसी कारण पिछले साल आयकर से १४ लाख करोड़ से अधिक महसूल प्राप्त हआ। पहले के वित्तीय वर्ष की तुलना में इसमें कुल ४९ प्रतिशत बढ़ोतरी होने की जानकारी साझा करके केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने इसका स्वागत किया।

‘केंद्र सरकार ने भरोसे पर आधारित कर संरचना तैयार की है। इसके लिए केंद्र सरकार ने शुरू किए सुधार का कार्यक्रम आयकर विभाग ने कामयाबी से आगे बढ़ाया। इसके लिए आयकर विभाग की सराहना करनी होगी। आयकर विभाग ने अपनी कार्यपद्धति में बदलाव करके करदाता को केंद्र स्थान पर रखकर इसके अनुसार काम आगे बढ़ाया। इसके तकनीक का काफी प्रभावी इस्तेमाल किया गया और इससे करदाताओं को अधिक बेहतर सेवा प्राप्त हुई। तकनीक का इस्तमाल करने से पारदर्शी, न्याय और गतिमान प्रक्रिया का लाभ पाना संभव हुआ’, ऐसा कहकर केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने इस पर संतोष व्यक्त किया।

केंद्र सरकार और आयकर विभाग ने शुरू किए सुधार पर देश के करदाताओं ने भरोसा किया। पिछले कुछ सालों से करों से प्राप्त हो रहा महसूल बढ़ रहा है और ‘आयकर रिटर्न्स’ भरनेवालों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। यह बात करदाताओं का भरोसा स्पष्ट करती है, ऐसा केंद्रीय वित्तमंत्री ने कहा।

मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए केंद्र सरकार ने १४.२० लाख करोड़ रुपये कर संकलन का उद्देश्य सामने रखा है, यह जानकारी वित्तमंत्री ने प्रदान की। साथ ही आयकर विभाग अपने अगले २५ साल के विकास के लिए अभी से अद्ययावत होने की प्रक्रिया शुरू करने का निवेदन भी वित्तमंत्री सीतारामन ने किया है।

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