अरुणाचल प्रदेश में विद्रोहियों के हमले में जवान शहीद

ईटानगर – अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग ज़िले में विद्रोहियों ने किए हमले में असम रायफल के जवान को वीरगति प्राप्त हुई। इस हमले की ज़िम्मेदारी अभी किसी भी संगठन ने अपनाई नहीं है। लेकिन, युनाइटेड़ लिब्रेशन फ्रन्ट ऑफ असम (उल्फा-इंडिपेंडन्ट) परेश बरुआ गुट और नैशनल सोशलिस्ट काउन्सिल ऑफ नागालैण्ड-खापलांग (एनएससीएन-के) नामक बागी संगठन इस हमले के पीछे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

arunachal-pradesh-attackरविवार के दिन चांगलांग ज़िले के टंगमो गांव में विद्रोहियों ने हमला किया। यह गांव ईटानगर से ३०० किलोमीटर की दूरी पर है। असम रायइल्स के सैनिक पानी के टैंकर लेकर जा रहे थे तभी घात लगाकर बैठे विद्रोहियों ने हैण्डग्रैनेड़ फेंका और इसका विस्फोट होते ही अंधाधुंध गोलीबारी की। इस दौरान असम रायफल्स का एक सैनिक शहीद हो गया और एक घायल हुआ है, यह जानकारी पुलिस ने साझा की।

परेश बरुआ की उल्फा और एनएससीएन-के के ३० से ३५ आतंकियों की मौजूदगी इस क्षेत्र में है। ११ जुलाई को म्यानमार की सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग ज़िले में सुरक्षा बल ने ‘एनएससीएन-के’ गुट के विद्रोहियों को मार गिराया था। तभी से यह विद्रोही सुरक्षा बल पर हमला करने की साज़िश में जुटे थे, यह जानकारी भी सामने आ रही है। साथ ही इस हमले की ओर भारत-चीन तनाव की पृष्ठभूमि पर देखा जा रहा है। सीमा पर तनाव बढ़ने की स्थिति में चीन ईशान कोण भारत के राज्यों में मौजूद विद्रोही संगठनों की सहायता से इस क्षेत्र में अशांति फैलाने की कोशिश में होने की रपट जारी हुई थी।

arunachal-pradesh-attackईशान कोण भारत में जारी बागियों की गतिविधियां नाकाम करने में सुरक्षा बल बीते कुछ वर्षों में सफल हुए हैं। प्रमुख विद्रोही संगठन सरकार के साथ शांति वार्ता में शामिल हुए हैं। सैंकड़ों आतंकी शरणागत हो रहे हैं और कई आतंकी मारे गए हैं। लेकिन, उल्फा और एनएससीएन जैसे विद्रोही संगठन से बाहर निकले और हिंसा के मार्ग पर चल रहे कुछ गुट ईशान कोण भारत में स्थापित हो रही शांति बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इन गुटों को चीन से सहायता प्राप्त होने की बात लगातार सामने आयी है।

अरुणाचल प्रदेश के तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग ज़िले असम, नागालैण्ड और म्यानमार से जुड़े हैं। इन क्षेत्रों में बागी संगठन हिंसा की कोशिश कर रहे हैं। इसी कारण सरकार ने इस क्षेत्र में सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पॉवर्स ऐक्ट-आफ्स्पा) लगाया है। दो दिन पहले केंद्र सरकार ने अरुणाचल पप्रदेश के तीन ज़िले और अन्य तीन ज़िलों के चार पुलिस थानों के क्षेत्र को अगले छह महीनों के लिए ‘अफ्स्पा’ के तहत ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित किया है। सरकार ने यह निर्णय बागी संगठनों की बढ़ती गतिविधियां और कानून व्यवस्था का ब्यौरा करके किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.