शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री होने की तैयारी में

इस्लामाबाद – अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव के ज़रिये, संसदीय पद्धट्ति से सत्ता से हटाए गए पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री होने का विक्रम इम्रान खान के नाम दर्ज़ हुआ है| पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के भाई और पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री शहाबाज शरीफ अब पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनेंगे| सोमवार को संसद में उनके चयन की प्रक्रिया पूरी होगी, ऐसा कहा जा रहा है| इम्रान खान की सरकार का अन्त होने से पाकिस्तान ने राहत की सांस ली है, ऐसा दावा राजनीतिक दल के नेता और माध्यम भी कर रहे हैं|

shahbaz-sharif-pak-1पाकिस्तान में यह गतिविधियॉं जारी थीं तब इम्रान खान ने सेनाप्रमुख जनरल बाजवा को हटाकर अपनी सरकार को बचाने की कोशिश की, यह आरोप भी लगाया जा रहा है| इसकी वजह से इम्रान खान की मुश्किलें अधिक बढ़ी हैं| वे पाकिस्तान छोड़कर भाग ना जाएं इसके लिए गतिविधियॉं जारी होने के दावे किए जा रहे हैं| लेकिन, हम सत्ता पाने के बाद बदले की राजनीति नहीं करेंगे, यह ऐलान शाहबाज शरीफ ने किया|

हमारी सरकार किसी का प्रतिशोध नहीं लेगी, लेकिन कायदा-कानून अपना काम करेगा, ऐसा सूचक बयान शरीफ ने दिया| इम्रान खान के नए पाकिस्तान के ऐलान की वजह से हुई दुर्दशा को ध्यान में रखते हुए जनता का मौजूदा ‘पुराने पाकिस्तान’ में स्वागत हो, ऐसी फटकार पाकिस्तान पिपल्स पार्टी के प्रमुख नेता बिलावल भुट्टो ने लगाई| इम्रान खान की सरकार हटाकर नई सरकार स्थापित करने के लिए प्रमुख विपक्षी दल एकहुट हुए हैं और शाहबाज शरीफ उनके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे| लेकिन, उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप होने का दाखिला देकर इम्रान खान के सहयोगी उनकी उम्मीदवारी का तीव्र विरोध कर रहे हैं|

shahbaz-sharif-pak-2भ्रष्ट और दूसरे देशों की इच्छा से बनने वाली यह सरकार पाकिस्तान के लिए दुर्दैव की बात होगी, ऐसा बयान इम्रान खान की पार्टी के नेता फवाद चौधरी ने किया है| तो, इम्रान खान ने पाकिस्तान की आज़ादी की दूसरी जंग छिडने के दावे सोशल मीडिया पर किए हैं| अफ़गानिस्तान के युद्ध में शामिल होने की मॉंग इम्रान खान ने खारिज की थी| रशिया की यात्रा ना करने का अमरीका का इशारा भी उन्होंने ठुकराया था| इस तरह से पाकिस्तान की संप्रभुता की रक्षा करनेवाले इम्रान खान को अमरीका ने ही सत्ता से हटाया और अपने मनचाही सरकार अब पाकिस्तान पर थोंप रही है, ऐसे दावे इम्रान खान के सहयोगी कर रहे हैं|

इसी बीच इम्रान खान की भारत विरोधी कड़ी भूमिका की वजह से भारत और पाकिस्तान के संबंध काफी बिगड़ गए थे| लेकिन, अब नई सरकार बनने के बाद दोनों देशों के राजनीतिक संबंध फिर से स्थापित होंगे, यह दावा किया जा रहा है| भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की कोशिश ही उनके निष्कासन की वजह मानी जाती थी| लेकिन, पाकिस्तान भयंकर आर्थिक, राजनीतिक संकट में फंसने की स्थिति में पाकिस्तान की सेना को ही अब भारत के साथ सहयोग करना है| इस सेना का चरमपंथी गुट इसका विरोध कर रहा है, फिर भी जनरल बाजवा को भारत के साथ सहयोग की उम्मीद होने के दावे किए जा रहे हैं| इसकी वजह से करीबी दिनों में राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाने पर शाहबाज शरीफ और उनका समर्थन करने वाले दलों की वजह से भारत और पाकिस्तान के संबंधों में कुछ हद तक सुधार हो सकता है| लेकिन, पाकिस्तान के चरमपंथियों द्वारा इसके खिलाफ जहाल भूमिका अपनाने की कड़ी संभावना है|

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