इन्दोर भाग – १

इन्दोर  भाग – १

भगवान ने पहले इन्सान को बनाया या अन्न को? या फिर  इन दोनों को एकसाथ बनाया? जवाब जो भी हो, लेकिन अन्न यह हर एक मनुष्य के जीवन का एक अविभाज्य अंग है। इसीलिए मनुष्य के लिए आहार या आहार के लिए मनुष्य इस तरह की तात्त्विक चर्चाएँ भी कईं बार होते रहती हैं। लेकिन […]

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सर्वधर्मसद्भाव – ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’

सर्वधर्मसद्भाव  –  ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ – भाग ३८ ‘विश्‍व हिन्दु परिषद’ की स्थापना यह ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव था। संघ की स्थापना सन १९२५  में हुई और ‘विश्‍व हिन्दु परिषद’ की स्थापना का वर्ष था, सन १९६४। इस तक़रीबन चार दशकों की कालावधि में संघ का कार्य अलग अलग क्षेत्रों में […]

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हिंदुस्थान समाचार

हिंदुस्थान समाचार

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ – भाग ३२ इतिहास जेता लिखते हैं। इतिहास पर प्रभाव डालना जेताओं के लिए ज़रूरी प्रतीत होता है। ‘हमारे देश के इतिहास’ के तहत जो कुछ भी बताया गया है, उसपर जेताओं का बहुत बड़ा प्रभाव रहता है। इसी कारण ‘इतिहास’ के नाम पर जो कुछ भी कहा जाता है, उसमें […]

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राष्ट्र सेविका समिति

राष्ट्र सेविका समिति

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ – भाग २८ स्वतन्त्रता के लिए आन्दोलन शुरू हो चुका था। लेकिन इस आन्दोलन में महिलाएँ भी सम्मिलित हों, ऐसा आवाहन महात्मा गाँधीजी निरन्तर करते रहते थे। उस आवाहन को देशभर की महिलाओं से प्रतिसाद मिल रहा था। कई महिलाएँ स्वतन्त्रता के लिए, समाजसुधार के लिए घर से बाहर निकलीं और […]

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नेताजी-२३

नेताजी-२३

आय.सी.एस. की पढ़ाई के साथ साथ सुभाष बदलते सामाजिक सन्दर्भों का भी अध्ययन कर रहा था। ज़ाहिर है कि असामान्य बुद्धिमत्ता की देन के कारण तथा उसके मन एवं बुद्धि के द्वार हमेशा खुले रहने के कारण उसे इस कार्य के लिए कुछ ख़ास मशक्कत नहीं करनी पड़ती थी। आते जाते आसानी से दिखायी देनेवाली, […]

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – संकल्प!

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – संकल्प!

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – भाग 9 कोलकाता (उस समय के कलकत्ता) में पढ़ने के लिये आने के बाद केशवराव कई बार दक्षिणेश्‍वर, बेलूर मठ और शांतिनिकेतन जाया करते थे। यहाँ पर उन्हें बहुत आनंद मिलता था। इसी दौरान घटी एक घटना का वर्णन किये बिना नहीं रहा जाता। कलकत्ता में एक सभा चल रही थी। […]

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केशवगाथा

केशवगाथा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – भाग ८ समय के विभिन्न कालखंडों में हमारे देश में महापुरुषों का जन्म हुआ। हमारी यह मातृभूमि नररत्नों की खान है। ऐसे नररत्नों का स्मरण यह प्रेरणा का अखंड़ स्रोत साबित होता है। उनके जीवनचरित्र का अध्ययन सदैव हमारा मार्गदर्शन करता रहता है। आज हम ऐसे ही एक युगप्रवर्तक महापुरुष का […]

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पहले स्वतंत्रता संग्राम के बाद की जागृति!

पहले स्वतंत्रता संग्राम के बाद की जागृति!

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – भाग ७ इतिहास की जानकारी प्राप्त की जाती है, वह केवल स्मरणरंजन के लिए नहीं, बल्कि भूतकाल में हुईं ग़लतियों को वर्तमान में टालने के लिए। इसीके साथ, अपने गौरवशाली इतिहास को समझने के लिए, अपने समाज के सामर्थ्य को जानने के लिए और सबसे अहम बात यह है कि विदेशियों […]

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पुणे (भाग-१)

पुणे (भाग-१)

महाराष्ट्र का ‘पुणे’ यह महत्त्वपूर्ण शहर ‘पुण्यनगरी’, ‘विद्या का नैहर’ इन विशेषणों से विख्यात है। पुणे इस शहर की पहचान जिस तरह विद्या का नैहर इस रूप में है, उसी तरह वह ‘महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी’ के रूप में भी जाना जाता है। फिलहाल हम जिस गणेशोत्सव (बुद्धिदाता गणेशजी का गणपतिउत्सव) को मना रहे हैं, […]

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इतिहास की सीख

इतिहास की सीख

भारत पर हुकूमत करने के लिए विदेशी, विधर्मी आक्रमकों के आपस में कई युद्ध हुए। उनके सत्तासंघर्ष में भारतभूमि बेवजह रक्तरंजित होती रही। ऐसे समय में यदि हमने संघटित होकर मुकाबला किया होता, तो इस देश पर विदेशी आक्रमणकारी कभी भी राज्य नहीं कर पाते थे। जब जब हमारे देश के विभिन्न राज्यों के राजा […]

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