रशिया का हायपरसॉनिक झिरकॉन मिसाइल युद्ध सज्ज- रशियन रक्षा अधिकारी का दावा

मॉस्को: ध्वनि के आठ गुना गति होने वाले एवं शत्रु के मिसाइल को भेदने की यंत्रणा को तबाह करने वाले ‘हाइपरसॉनिक झिरकॉन मिसाइल युद्ध के लिए तैयार होने का दावा रशिया के वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने किया है। रशिया के डिफेंस काउंसिल के प्रमुख होने वाले व्हिक्टर बोंडारेव ने पिछले हफ्ते में दिए एक मुलाकात के दौरान यह जानकारी दी है। रशियन अधिकारी के इस दावे की वजह से हाइपरसॉनिक मिसाइल की दौड़ में रशिया ने अमरिका एवं चीन इन दोनों देशों को पीछे छोड़ने में सफलता प्राप्त की है।

हायपरसॉनिक झिरकॉन मिसाइल

डिफेंस काउंसिल के प्रमुख व्हिक्टर बोंडारेव ने हालही में एक मुलाकात में रशिया की रक्षा तैयारी की जानकारी दी है। उस में बोंडारेव स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम, बैलिस्टिक एंड क्रूज मिसाइल, सरमाट हेवी मिसाइल, एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम, इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का उल्लेख किया था। उस समय परमाणु ऊर्जा पर चलने वाले मिसाइल क्रूजर सामर्थ्यशाली ऐंटीशिप मिसाइल से सज्ज करने की बात कही थी।

उसमें सामर्थ्यशाली ऐंटी शिप मिसाइल का उल्लेख हाइपरसॉनिक मिसाइल होने का दावा रशियन प्रसार माध्यमों ने किया है। ब्रिटिश प्रसार माध्यमों ने इसके बारे में बताते हुए, रशियन प्रसार माध्यमों का उल्लेख किया है। पिछले ८ महीने में रशियन रक्षा विभाग से झिरकॉन के बारे में किए दावे के अनुसार यह बात संभव है, ऐसा विश्लेषकों का दावा है।

मार्च महीने के आखिर में रशिया ने ध्वनि के ५ गुना गति होने वाले झिरकॉन इस हाइपरसॉनिक क्रूज मिसाइल का निर्माण शुरू करने का दावा ब्रिटिश दैनिक ने दिया था। इस से पहले जनवरी महीने में रशिया के उप रक्षामंत्री प्लाज्मा, लेजर एवं इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक तंत्रज्ञान पर आधारित प्रगत हाइपरसॉनिक शस्त्रास्त्र विकसित करने का दावा किया था। उसके बाद जून महीने में रशिया ने झिरकॉन का यशस्वी परीक्षण करने की बात सामने आई थी। रशिया के विश्लेषकों ने हाइपरसॉनिक झिरकॉन के लगभग ५ सफल परीक्षण करने की जानकारी दी है।

उसके बाद झिरकॉन की गति अधिक बढ़ाने की बात नए वृत्त से सामने आयी है। ब्रिटिश दैनिक ने दिया प्रथम झिरकॉन की गति ध्वनि के आठ गुना अर्थात मैक ८ होने का दावा किया गया है। प्रति घंटा ९,८०० किलोमीटर गति से जाने वाले इस हाइपरसॉनिक मिसाइल लगभग १००० किलोमीटर दुरी तक हमला कर सकता है। ध्वनि के आठ गुना होने वाले गति की वजह से यह दुनिया का सबसे तेज मिसाइल भेदने की यंत्रणा जैसी कोई भी यंत्रणा झिरकॉन को रोक नहीं सकती ऐसा स्पष्ट किया गया है।

रशिया के व्यतिरिक्त अमरिका एवं चीन इन देशों ने भी हाइपर सॉनिक मिसाइल का निर्माण शुरु किया है। पर रशिया ने यह मिसाइल युद्ध सज्ज होने का दावा करके, दोनों देशों को मात देने की बात स्पष्ट हो रही है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ब्लादिमीर पुतिन सन २०१८ को एडमिरल नाखीमोव्ह इस परमाणु बैटलक्रूजर युद्धनौका पर झिरकॉन प्रथम तैनात किए जाएंगे, ऐसी घोषणा की थी।

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