इस्लामाबाद के प्रदर्शनकर्ताओं के कारवाई के बाद पाकिस्तान के शहरों मे प्रदर्शन कर्ताओं का प्रकोप

पुलिस के कारवाई मे ६ लोगों की जान गयी, २०० से अधिक जख्मी

इस्लामाबाद: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पिछले ३ हफ्तों से शुरू आंदोलन को तोड़ने के लिए, स्थानीय सुरक्षा यंत्रणा कर रहे प्रयत्न असफल हुए हैं। पिछले दो दिन पुलिस एवं निमलष्करी दल से शुरू हुई आक्रमक कारवाई के बाद प्रदर्शन एवं हिंसाचार शुरू होने से छह लोगों की जान गई है। उसकी वजह से राजधानी में गतिरोध तोड़ने के लिए लष्कर तैनात करने की गतिविधियां शुरू हुई है। पाकिस्तान में माध्यम एवं पत्रकारों ने इसके पीछे बड़ा षड्यंत्र होने का आरोप किया जा रहा है।

पिछले ३ हफ्ते में पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में २००० से अधिक प्रदर्शनकर्ताओं ने रावलपिंडी इस्लामाबाद महामार्ग रोका था। ‘तहरीक आय लबैक या रसूल अल्लाह’ इस संगठन के प्रमुख खादिम हुसैन रिझवी के समर्थकों का इस में समावेश होकर, तहरीक आय खातम नुबव्वत एवं ‘सुन्नी तहरीक पाकिस्तान’ इस गट ने उसे समर्थन दिया है। इलेक्शन एक्ट २०१७ में विवादास्पद प्रावधान यह धार्मिक संदर्भ से संबंधित होने की बात कहकर रिझवी ने पाकिस्तान के कानून मंत्री से इस्तीफे की मांग की थी। वह मंजूर न होने से प्रदर्शन शुरू हुआ है।

लगभग ३ हफ्तों के बाद भी पाकिस्तान सरकार एवम रिझवी इन में हल न निकलने की वजह से आखिर में सरकार ने कारवाई का निर्णय लिया है। शुक्रवार रात को प्रदर्शन कर्ताओं को महामार्ग रिक्त करने का इशारा दिया गया था। इशारे को नजर अंदाज करके आंदोलन शुरु रहने से स्थानीय पुलिस एवं निमलष्करी दल ने कार्यवाही शुरु की है। इस कारवाई में आंसू गॅस एवं रबर बुलेट्स का बड़ी तादाद में उपयोग किया गया है। सुरक्षा यंत्रणा के इस कारवाई के विरोध में प्रदर्शन कर्ताओं ने पत्थर फेंक एवं आगजनी शुरू की है।

सुरक्षा यंत्रणा एवं प्रदर्शन कर्ताओं में शुरू हुए संघर्ष में छह लोगों की जान गई है और २०० से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। उसमें रावलपिंडी के पुलिस प्रमुख के ९५ सुरक्षा अधिकारी एवं जवानों का भी समावेश है। इस्लामाबाद में सुरक्षा यंत्रणा ने शुरू किए इस कारवाई पर पाकिस्तान के अन्य शहरों से तीव्र प्रतिक्रिया आ रही है। रविवार को लाहौर एवं कराची इन प्रमुख शहरों में इस्लामाबाद में प्रदर्शन कर्ताओ के समर्थन में प्रदर्शन शुरू हुआ है। इस पर की कारवाई में लगभग डेढ़ सौ से अधिक प्रदर्शनकर्ताओं को कब्जे में लिया गया है।

स्थानीय सुरक्षा यंत्रणा ने राजधानी इस्लामाबाद में गतिरोध तोड़ने के लिए किये प्रयत्न असफल ठहरने से लष्कर तैनात करने की गतिविधियां शुरू हुई है। पाकिस्तान के अंतर्गत सुरक्षा मंत्रालय ने इस बारे में संकेत दिए हैं। लष्कर को इस संदर्भ में अधिकृत विनंती की गई है और इस्लामाबाद के महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील जगहों पर लष्कर तैनाती की गई है। आने वाले समय में प्रदर्शनकर्ताओ पर कठोर कारवाई ना हो ऐसी मांग जोर पकड़ रही है और यह प्रदर्शन एवं उसपर होने वाली कार्यवाही से प्रसार माध्यमों को दूर रखा जा रहा है। इसपर पाकिस्तान के प्रसार माध्यमों से नाराजगी व्यक्त हो रही है।

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