भारत रशिया का ‘विशेष सामरिक साझेदार’ : राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन

मॉस्को, दि. १३ (वृत्तसंस्था) – ‘ब्राह्मोस’ सुपरसॉनिक मिसाईल्स और ‘फिफ्थ जनरेशन फायटर एअरक्राफ्ट’ इन परियोजनाओं का ज़िक्र करते हुए रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने, भारत रशिया का ‘विशेष सामरिक साझेदार’ होने का यक़ीन दिलाया| भारत और रशिया के बीच रहनेवाले व्यापक रक्षा सहयोग का ज़िक्र करते हुए राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने, भविष्य में भी यह सहयोग क़ायम रहेगा, ऐसा आश्‍वासन दिया| साथ ही, भारत, चीन जैसे सहयोगी देशों के साथ स्थापन किया ‘ब्रिक्स’ संगठन विद्यमान समय में, आंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का पालन करने में अहम नीति निभा रहा है, ऐसा कहते हुए उसकी अहमियत को अधोरेखित किया|

‘विशेष सामरिक साझेदार’ रशिया के राष्ट्राध्यक्ष गोवा में होनेवाले ‘ब्रिक्स’ की बैठक के लिए भारत में आनेवाले है| उनका यह दौरा दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग की दृष्टि से काफ़ी अहम माना जा रहा है| भारत दौरे पर दाखिल होने से पहले राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने, रशियन तथा भारतीय वृत्तसंस्था से की बातचीत में, दोनों देशों के बीच रहनेवाले रक्षा और सामरिक क्षेत्रों के सहयोग का विशेष तौर पर ज़िक्र किया| भारत को सप्लाई किये जानेवाले आधुनिक हथियार और रक्षा टैक्नोलॉजी मुहैया करनेवाले देशों में आज भी रशिया अग्रसर है| भारत रशिया के लिए विशेष सामरिक साझेदार देश है, ऐसे शब्दों में पुतिन ने भारत के साथ रिश्तों की प्रशंसा की|

रशिया और भारत रक्षा टैक्नोलॉजी क्षेत्र में सक्रिय साझेदार देश हैं| भारत को आधुनिक हथियार और लष्करी सामग्री की आपूर्ति करनेवाले अग्रसर देशों में रशिया भी है| इसके आगे भी रशिया अपना स्थान बनाए रखेगा, ऐसा कहते हुए राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने भारत के साथ रक्षाविषयक सहयोग का उदाहरण दिया| रक्षा क्षेत्र की संयुक्त संशोधन परियोजनाएँ और सेना के लिए ज़रूरी साधनों के निर्माण में भी रशिया का स्थान प्रमुख है| ‘ब्राह्मोस’ इस सुपरसॉनिक प्रक्षेपास्त्र का निर्माण और अतिप्रगत पाँचवे जनरेशन वाले लड़ाक़ू विमानों का विकास इनका समावेश, दोनों देशों के बीच कामयाब हुईं रक्षा परियोजना में होता है, इन शब्दों में पुतिन ने भारत और रशिया के बीच के सहयोग की दोनों देशों को प्रतीत होनेवाली अहमियत अधोरेखित की|

पिछले कुछ सालों से भारत ने, अमरीका मै तैयार हथियार और रक्षासाहित्य की खरीदारी बढाई है| इसका असर भारत-रशिया के बीच के रक्षा सहयोग पर हो सकता है, ऐसा डर जानकारों द्वारा जताया जा रहा है| रशिया ने भी, भारत के साथ कड़ी दुश्मनी जतानेवाले पाकिस्तान को लडाकू हेलिकॉप्टर्स की सप्लाई करने के संकेत देते हुए अपनी नाराज़गी दर्शायी थी| लेकिन भारत की रशिया के साथ रहनेवाली दोस्ती, अन्य किसी भी देश की तुलना में काफ़ी अहम है, ऐसा भारत ने समय-समय पर स्पष्ट किया है| पुतिन के भारत दौरे में दोनों देशों में संपन्न होनेवाले रक्षाविषयक सहयोग के माध्यम से दोनों देश, अपना सामरिक और रक्षाविषयक सहयोग कायम है, यह दुनिया को दर्शा रहे हैं|

पश्‍चिमी देशों के एकाधिकार के खिलाफ़ खड़ा हुआ ‘ब्रिक्स’ संगठन बहुस्तंभी दुनिया के लिए काफ़ी अहम है| यह गुट आंतर्राष्ट्रीय कानूनों का सम्मान और पालन कर रहा है, ऐसा कहते हुए राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने ब्रिक्स की अहमियत को भी अधोरेखित किया|

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