रशिया कैलिनिनग्रैड के ‘न्यूक्लिअर बंकर्स’ का आधुनिकीकरण

‘फेडरेशन ऑफ़ अमेरिकन सायंटिस्ट’ की तरफ से तस्वीरें जारी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वॉशिंग्टन/मॉस्को – अमरिका और पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ रहा है, ऐसे में रशिया ने बाल्टिक क्षेत्र में स्थित प्रमुख रक्षा अड्डा कैलिनिनग्रैड के ‘न्यूक्लिअर बंकर्स’ का आधुनिकीकरण किया है, यह जानकारी सामने आई है|अमरिका के ‘फेडरेशन ऑफ़ अमेरिकन सायंटिस्ट’ (एफएएस) इस प्रमुख समूह ने प्रसिद्ध किए लेख से यह बात सामने आई है|‘एफएएस’ ने रशिया के ‘न्यूक्लिअर बंकर्स’ की सॅटॅलाइट तस्वीरें भी प्रसिद्ध की हैं| रशिया में इन दिनों फुटबॉल विश्वकप प्रतियोगिता चल रही है और कैलिनिनग्रैड में भी कुछ महत्वपूर्ण मैचेस खेले जाने वाले हैं|इस पृष्ठभूमि पर अमरिका के शोधकर्ताओं के एक समूह ने यह जानकारी देकर खलबली मचाई है|

‘न्यूक्लिअर बंकर्स’

सन २०१४ में युक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद रशिया के ‘बाल्टिक’ कमांड का मुख्यालय कैलिनिनिग्रैड प्रान्त फिरसे चर्चा का केंद्र बन गया था|युक्रेन संघर्ष की पृष्ठभूमि पर अमरिका और यूरोपीय देश नाटो भी मदद से यूरोप में रक्षा सज्जता बढाने की कोशिश कर रहे हैं|उसे प्रत्युत्तर देने के लिए रशिया ने भी आक्रामक कदम उठाना शुरू किया है और बाल्टिक में तैनाती उसके केन्द्रस्थान में है|कैलिनिनीग्रैड बाल्टिक कमांड का मुख्यालय होने की वजह से रशिया ने इस प्रान्त की रक्षा सज्जता पर जोर दिया है और बड़े पैमाने पर लष्कर की तैनाती की है|

इस पृष्ठभूमि पर, अमरिकी खोजकर्ताओं के एक समूह ने कैलिनिनीग्रैड में परमाणु सज्जता के सन्दर्भ में दावे करना ध्यान आकर्षित करने वाली बात है|‘एफएएस’ के ‘न्यूक्लिअर इनफार्मेशन प्रोजेक्ट’ के प्रमुख ‘हैन्स एम. क्रिस्तीन्सन’ ने रशिया के कैलिनिनीग्रैड के ‘न्यूक्लिअर बंकर्स’ की जानकारी देने वाला लेख प्रसिद्ध किया है|उसमें क्रिस्तिन्सन ने सन २०१६ से कैलिनिनीग्रैड प्रान्त के ‘कुलिकोव्हो’ इलाके में स्थित परमाणु बंकर्स में बड़ी मात्रा में आधुनिकीकरण किए जाने का दावा किया गया है| इस दावे के समर्थन में उन्होंने सॅटॅलाइट से निकाली हुई तस्वीरें भी जारी की हैं|

कैलिनिनीग्रैड प्रान्त में कुलिकोव्हो इस एकमात्र इलाके में रशिया के न्यूक्लिअर बंकर्स हैं और उसका आधुनिकीकरण करना मतलब इस क्षेत्र की परमाणु क्षमता बढाने जैसा होता है, ऐसा क्रिस्तिन्सन ने लेख में कहा है| पिछले कुछ वर्षों में रशिया ने अपने ‘नॉन स्ट्रेटेजिक’ परमाणुओं की क्षमता बढाई है और अमरिकी प्रशासन ने रशिया के पास २००० से अधिक परमाणु होने की जानकारी दी थी|

कैलिनिनीग्रैड में स्थित रशिया के न्यूक्लिअर बंकर्स का आधुनिकीकरण उसकी क्षमता बढाने के लिए होगा, ऐसी संभावना क्रिस्तिन्सन ने व्यक्त की है| इसका मतलब है, रशिया के तीनों रक्षा दल बाल्टिक क्षेत्र से आसानी से परमाणु का इस्तेमाल कर सकते हैं, ऐसा होता है, ऐसी चेतावनी भी क्रिस्तिन्सन ने दी है|

रशिया की बढती परमाणु क्षमता यूरोप के लिए खतरे की घंटी है और कुछ महीनों पहले एक सभ्यास समूह ने रशिया पूर्व यूरोप में आसानी से नाटो को हरा सकता है, ऐसी गंभीर चेतावनी दी थी|

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