रशिया-ब्रिटन राजनीतिक युद्ध अधिक तीव्र; रशिया से ब्रिटन के ५० से अधिक राजनीतिक अधिकारियों की खदेड़

२३ देशों के ५९ अधिकारीयों को भी देश छोड़ने की सूचना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर
मॉस्को/लंडन: ब्रिटन स्थित रशिया के भूतपूर्व जासूस सर्जेई स्क्रिपल पर हुए विषप्रयोग को लेकर शुरू हुआ राजनीतिक विवाद अधिक बढने के संकेत मिल रहे हैं| शुक्रवार को रशिया ने ब्रिटन के राजदूत लॉरी ब्रिस्टो को समन्स भेजकर एक महीने के अन्दर ब्रिटिश दूतावास के अधिकारियों को अपनी मातृभूमि भेज दिया जाए, ऐसा इशारा दिया है| उसी समय ब्रिटन को समर्थन देने वाले २३ देशों के करीब ५९ राजनीतिक अधिकारियों को खदेड़ने की रशिया ने घोषणा की है|

भूतपूर्व रशियन जासूस पर हुए विषप्रयोग के बाद ब्रिटन ने रशिया के २३ राजनीतिक अधिकारियों को खदेड़ा था| उसे प्रत्युत्तर देते हुए रशिया ने भी ब्रिटन के २३ अधिकारीयों को खदेड़ा था| लेकिन उसके बाद ब्रिटन को समर्थन देने वाले अमरिकी और यूरोपीय देशों ने रशिया के लगभग १५० अधिकारियों को खदेड़ने का एकत्रित निर्णय लिया गया| यह कार्रवाई राजनीतिक इतिहास का सबसे बड़ा निर्णय है और इस वजह से रशिया को जबरदस्त झटका लगा था, ऐसा कहा जाता है|

इसे प्रत्युत्तर के तौर पर रशिया ने गुरुवार को अमरिका के ६० राजनीतिक अधिकारी और जासूसों को खदेड़ने की घोषणा की थी| उसी समय रशिया के ‘सेंट पीटर्सबर्ग’ शहर में स्थित अमरिका का वाणिज्य दूतावास बंद करने के निर्देश भी दिए गए थे| उसके साथ साथ सिर्फ २४ घंटों के भीतर रशिया ने फिर एक बार ब्रिटन के खिलाफ कार्रवाई का हथियार निकाला है और ५० से अधिक अधिकारियों को खदेड़ने की घोषणा की है| रशिया के विदेश विभाग की प्रवक्ता मारिया झाखारोव्हा ने यह जानकारी दी है|

रशिया के ब्रिटन में स्थित राजनीतिक अधिकारी और ब्रिटन के रशिया में स्थित अधिकारी इनकी संख्याबल में समानता आए, इसके लिए यह निर्णय लिया गया है, ऐसा झाखारोव्हा ने कहा है| ब्रिटन के विदेश विभाग ने रशिया का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण होने की प्रतिक्रिया है| ब्रिटन विरोधी कार्रवाई के साथ साथ रशिया ने अन्य यूरोपीय देशों के खिलाफ भी आक्रामक नीति अपनाने का निर्णय लिया है| उसमें १९ यूरोपीय देशों के अधिकारी तथा नाटो, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और युक्रेन के राजनीतिक अधिकारीयों को खदेड़ने का समावेश है|

दौरान, ब्रिटन ने रशिया की विमान कंपनी ‘एरोफ्लोट’ के विमानों की अवैध रूपसे जॉंच करने का आरोप रशिया ने किया है| ‘मॉस्को-लंडन-मॉस्को’ ऐसी यात्रा करने वाले रशिया विमान की ब्रिटन के ‘बॉर्डर फ़ोर्स’ और कस्टम अधिकारियों ने अचानक जॉंच करने का दावा रशियन अधिकारियों ने किया है| किसी भी कारण के बिना की गई यह जॉंच मतलब ब्रिटन की तरफ से दी गई चुनौती है, ऐसा रशिया के विदेश मंत्रालय ने कहा है| इस मामले पर ब्रिटन स्थित रशियन दूतावास ने निषेध दर्ज किया है और ब्रिटिश यंत्रणा से खुलासा मॉंगा है, यह बात सामने आई है|

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