रशिया ने सीरिया मे किये हुए हमले में १८० आतंकवादी खत्म

मॉस्को: रशिया ने सीरिया मे ‘आयएस’ के अड्डों पर हवाई हमले अधिक तीव्र किए हैं और पिछले २४ घंटों में १८० आतंकवादीयों को मारा है। इस में एक समय में जो सोव्हिएत रशिया का क्षेत्र था, उस मध्य एशियाई देशों के आतंकवादियों के साथ इजिप्त, ट्यूनिशिया से सीरिया में आए हुए आतंकवादियों का भी समावेश है। साथ ही इस हमले में ‘आयएस’ का कमांडर ‘ओमर अल-शिशानी’ भी खत्म होने की जानकारी रशियन मंत्रालय ने दी है। अमरिका ने भी सन २०१६ में अपने हमले में शिशानी मारे जाने की घोषणा की थी। इस वजह से रशिया ने इस मामले में किया हुआ दावा दुविधा में डालने वाला है।

हवाई हमले

सीरिया के मयादिन प्रान्त में रशिया ने किए हमले में ‘आयएस’ के ८० आतंकवादी मारे गए हैं। साथ ही अल्बु कमल में रशिया ने किए हमले में ४० आतंकवादी मारे गए हैं। उसी के साथ ही युफ्रेटिस नदी के क्षेत्र में स्थित ‘देर अल-झोर’ शहर के दक्षिण में रशिया के हमले में ६० आतंकवादी मारे जाने की जानकारी रशियन मंत्रालय ने दी है। यह ६० आतंकवादी सोव्हिएत रशिया से विभाजित हुए देशों से साथ ही इजिप्त और ट्यूनिशिया से सीरिया में आए थे, ऐसा रशियन रक्षा मंत्रालय ने कहा है।

इसी के साथ ही ‘आयएस’ का कमांडर ‘ओमर अल-शिशानी’ यह चेचेन आतंकवादी और उस के चार साथी भी इस हमले में मारे गए हैं, ऐसा दावा रशिया के रक्षा मंत्रालय ने किया था। इस बारे में रशियन मंत्रालय ने दी हुई यह जानकारी इस प्रकरण की गूढता बढा रही है। क्योंकि २०१६ में अमरिका ने सीरिया में किए हमले में ‘शिशानी’ खत्म होने की घोषणा की गई थी।

‘ओमर द चेचेन’ ऐसी पहचान वाला ‘शिशानी’ वांशिक रूप से चेचेन है और वह जोर्जिया से आया था। उसने रशिया को चुनौती देने वाले चेचेन बागियों के साथ रशियन सेना के साथ संघर्ष किया था। उसके बाद वह जोर्जियन सेना में शामिल हुआ था। जोर्जिया और रशिया के बिच सन २००८ में हुए युद्ध में भी वह रशिया के खिलाफ लड़ा था। इस लिए शिशानी के बारे में सामने आयी हुई यह जानकारी रशिया के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होती है। रशिया विरोधी आतंकवादी सीरिया में आने का दावा इस के पहले रशिया ने किया था। इस वजह से यह बात पक्की हो रही है।

दौरान, रशिया ने सीरिया में किए हमलों का पश्चिमी देशों ने कड़ा विरोध दर्शाया है। रशिया के इस हमले में आतंकवादियों से ज्यादा सामान्य नागरिक मारे जा रहे हैं, ऐसा आरोप कुछ मानवाधिकार संगठन कर रहे हैं। लेकिन रशिया ने इन आरोपों को अस्वीकार करके आने वाले समय में भी सीरियन आतंकवादियों पर हमले करेंगे, ऐसी घोषणा की है।

दौरान, रशिया के साथ अमरिका और इस्राइल देश भी सीरिया के आतंकवादियों पर हवाई हमले कर रहे हैं। लेकिन इन देशों की तरफ से किए जाने वाले दावे परस्पर विरोधी हैं। अमरिका और इस्राइल के हवाई हमले में आतंकवादियों को नही बल्कि सीरियन लश्कर को लक्ष्य बनाया जा रहा है, ऐसा आरोप रशिया और ईरान कर रहे हैं। उधर इस्राइल ने अपने भूभाग में किए हवाई हमलों को प्रत्युत्तर देने की धमकी सीरिया ने दी है। उसी समय रशिया सीरिया में कर रहे हवाई हमलों पर अमरिका और यूरोपीय देश नाराजगी व्यक्त करके उस पर आक्षेप ले रहे हैं।

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