‘सीटीबीटी’ समझौते से किनारा करने के बाद रशिया ने मॉस्को के नज़दीक के कालुगा प्रांत में परमाणु अस्त्र तैनात किया – रशिया की परमाणु गतिविधियों में बढ़ोतरी होने का विश्लेषकों का दावा

मॉस्को – युक्रेन पर हमलों की तीव्रता बढ़ानेवाले रशिया ने परमाणु क्षेत्र की गतिविधियाँ भी तेज़ कीं हैं। राजधानी मॉस्को के नज़दीक होनेवाले कालुगा प्रांत में ‘यार्स’ यह परमाणु अस्त्र तैनात किया होने की जानकारी बुधवार को दी गयी। महज़ हफ़्तेभर में रशिया ने परमाणु अस्त्र तैनात करने की यह दूसरी घटना साबित हुई है। पिछले गुरुवार को रशिया ने ओरेनबर्ग इलाक़े में हायपरसोनिक परमाणु अस्त्र तैनात किया होने की घोषणा की थी। इस पृष्ठभूमि पर, रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू ने, रशिया द्वारा नौसेना के ‘न्यूक्लिअर स्ट्रॅटेजिक फोर्सेस’ की क्षमता बढ़ाने पर ज़ोर दिया जा रहा होने का दावा किया।

‘सीटीबीटी’ समझौते से किनारा करने के बाद रशिया ने मॉस्को के नज़दीक के कालुगा प्रांत में परमाणु अस्त्र तैनात किया - रशिया की परमाणु गतिविधियों में बढ़ोतरी होने का विश्लेषकों का दावारशिया-युक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर रशिया ने अपनी परमाणु सिद्धता फिर से बढ़ानी शुरू की है। अमरीका समेत पश्चिमी देशों के साथ निर्माण हुए तनाव के बाद रशिया ने परमाणु अस्त्रों से संबंधित दो समझौतों से किनारा किया है। पिछले महीने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने ‘कॉम्प्रेहेन्सिव्ह न्यूक्लिअर टेस्ट बैन ट्रिटी’ (सीटीबीटी) इस समझौते से बाहर निकलने का फ़ैसला किया था। या उसी के साथ, रशिया ने बहुत ही प्रगत ऐसे ‘ब्युरव्हेस्टनिक’ परमाणु अस्त्र का सफल परीक्षण किया होने का ऐलान भी किया था।‘सीटीबीटी’ समझौते से किनारा करने के बाद रशिया ने मॉस्को के नज़दीक के कालुगा प्रांत में परमाणु अस्त्र तैनात किया - रशिया की परमाणु गतिविधियों में बढ़ोतरी होने का विश्लेषकों का दावा

उसके बाद महीने के अंत में रशिया ने व्यापक परमाणु अभ्यास का आयोजन किया था। इसके तहत, रशिया के ‘न्यूक्लिअर ट्रायड’ का परीक्षण किया गया था। उसमें, ‘यार्स’ एवं ‘सिनेवा’ इन परमाणु अस्त्रों समेत, परमाणु क्षमता होनेवाले बैलिस्टिक क्षेपणास्त्रों के परीक्षण का समावेश था। इस अभ्यास के चंद कुछ दिन बाद ही रशिया ने ‘बुलावा’ इस परमाणु अस्त्र का नया परीक्षण किया था। यह परीक्षण पनडुब्बी के ‘सी ट्रायल्स’ का भाग था, ऐसा रशिया द्वारा बताया गया था।

‘सीटीबीटी’ समझौते से किनारा करने के बाद रशिया ने मॉस्को के नज़दीक के कालुगा प्रांत में परमाणु अस्त्र तैनात किया - रशिया की परमाणु गतिविधियों में बढ़ोतरी होने का विश्लेषकों का दावासीटीबीटी से किनारा, ‘न्यूक्लिअर ट्रायड’ का अभ्यास और ‘बुलावा’ का परीक्षण इस पृष्ठभूमि पर, रशिया के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह दावा किया था कि उनके देश ने परमाणु अस्त्रों के क्षेत्र में औरों से बढ़त ली है। ‘रशिया के पास हायपरसोनिक क्षेपणास्त्रों समेत प्रगत तंत्रज्ञान पर आधारित परमाणु अस्त्र हैं। ये परमाणु अस्त्र आनेवाले दशकों में रशिया की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी निभाने के लिए समर्थ हैं’, इन शब्दों में सिक्युरिटी कौन्सिल के सचिव निकोलाय पत्रुशेव्ह ने रशिया के परमाणु सामस्थ्य का एहसास करा दिया था।

अब उसके बाद, सात दिनों की अवधि में दो प्रगत परमाणु अस्त्रों की तैनाती करते हुए रशिया ने अपने आक्रामक ईरादे स्पष्ट किये हैं। गत डेढ़ सालों में रशियन न्यूक्लिअर फोर्सेस ने कम से कम तीन अभ्यास पूरे किये होकर, दो परमाणु परीक्षण भी किये हैं। उनमें ‘सरमात’ इस नये प्रगत परमाणु अस्त्र का समावेश है। ये अण्वस्त्र युक्रेन युद्ध में तैनात करने की प्रक्रिया भी शुरू हुई बताई जाती है। दूसरी ओर रशिया ने पड़ोसी तथा मित्रदेश रहनेवाले बेलारुस में भी ‘टैक्टिकल न्यूक्लिअर वेपन्स’ तैनात की है।

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