रशिया इजिप्त में लड़ाकू विमान तैनात करेगा

मॉस्को: रशिया और इजिप्त के बिच लष्करी सहकार्य बढ़ रहा है, जल्द ही रशिया के लड़ाकू विमान इजिप्त में तैनात होंगे, ऐसा रशिया ने घोषित किया है। रशिया और इजिप्त के रक्षा विभाग में इस सहकार्य के संबंध में अनुबंध हुआ है, ऐसा रशियन सरकार ने कहा है। दो साल पहले अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने रशिया पर लगाए हुए प्रतिबन्ध, रशिया और इजिप्त के बिच इस बढ़ते लष्करी सहकार्य के लिए जिम्मेदार है, ऐसी टीका अमरिकी विश्लेषक कर रहे हैं। दौरान, सीरिया में रशिया के दो हवाई अड्डे कार्यरत हैं और ‘आयएस’ विरोधी कार्रवाई के लिए रशिया ने इस अड्डे का इस्तेमाल किया था।

लड़ाकू विमान

रशियन सरकार ने प्रसिद्द की हुई जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्री ‘सर्जेई शोईगू’ ने दो दिन पहले इजिप्त का विशेष दौरा किया था। दोनों देशों के बिच रक्षा सहकार्य बढाने के लिए, रशियन रक्षा मंत्री का यह दौरा नियोजित था, ऐसा रशियन सरकार ने कहा है। इस दौरे में रक्षा मंत्री शोईगू ने इजिप्त के रक्षा मंत्री ‘सेदकी सोभी’ से मुलाकात करके रक्षा विषयक सहकार्य पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद रशियन रक्षा मंत्री ने इजिप्त के राष्ट्राध्यक्ष ‘अब्देह फताह अल-सिसी’ से मुलाकात की।

इसमें दोनों देशों के बिच लष्करी और हवाई अड्डा इस्तेमाल करने के संबंध में अनुबंध का समावेश है। इस अनुबंध पर इजिप्त की ओरसे अमल शुरू किया जाएगा। उसके बाद रशिया के लड़ाकू और बॉम्बर विमान जल्द ही इजिप्त में दाखिल होंगे। रशिया के लड़ाकू विमान पांच सालों तक इजिप्त में तैनात रहेंगे, ऐसा इस अनुबंध में लिखा गया है। साथ ही रशियन लड़ाकू विमान हमेशा के लिए इजिप्त में तैनात नहीं रहेंगे। आवश्यकता के अनुसार रशियन विमान इजिप्त में तैनात हो सकते हैं और इजिप्त की हवाई सीमा का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इस तैनाती से पहले रशिया ने इजिप्त को पांच दिन पहले सूचना देना आवश्यक है, ऐसा इस अनुबंध में कहा हिया।

लड़ाकू विमान

रशियन सरकार ने प्रसिद्द की हुई जानकारी के अनुसार, इजिप्त में लड़ाकू विमानों की तैनाती का अनुबंध हाल ही में पूरा हुआ है। लेकिन इसके पहले ही रशिया ने स्पेशल फोर्सेस इजिप्त की लीबियन सीमा के पास तैनात करने का आरोप अमरिका ने किया था। मार्च महीने में रशियन स्पेशल फोर्सेस की गतिविधियाँ इजिप्त के दक्षिण सीमा क्षेत्र में दिखाई देने का आरोप अमरिकी अधिकारीयों ने किया है। अमरिका का यह आरोप गैर जिम्मेदाराना है, ऐसा कहकर रशिया ने इस आरोप को ख़ारिज किया था।

लेकिन अगले कुछ दिनों में रशिया ने लीबिया के प्रभावी नेतृत्व कमांडर खलिफा अफ्तार’ से संपर्क करने किए जानकारी सामने आई थी। सीरिया के दौरे पर आए रशियन रक्षा मंत्री ने भूमध्य समुद्र में तैनात रशिया के विमान वाहक जंगी जहाज से लीबियन राष्ट्राध्यक्ष हफ्तार से विडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा संपर्क किया था। कमांडर हफ्तार ने भी रशिया का दौरा किया था। इन घटनाक्रमों की अधिक जानकारी देना रशिया ने टाला है। लेकिन रशिया ने लीबिया में लष्करी गतिविधियाँ तीव्र करने का दावा अमरिकी अधिकारीयों ने किया था। इजिप्त के साथ अनुबंध भी इसी योजना का एक हिस्सा है, ऐसा दिखाई दे रहा है।

दौरान, सीरिया के तारतूस और खेमिम यहाँ रशिया के दो हवाई साथ ही लष्करी अड्डे हैं। इस लष्करी अड्डे पर तैनात रशिया के लड़ाकू और बॉम्बर विमानों ने सीरिया के आतंकवादियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। इस पृष्ठभूमि पर, रशिया और इजिप्त के बिच हुए लष्करी सहकार्य की तरफ देखा जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.