पाकिस्तान में हिंसा का नया दौर शुरू होने की संभावना बढ़ी

इस्लामाबाद/लाहोर – इम्रान खान की ९ मई को हुई गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने पाकिस्तान को पाकिस्तान में आग भड़काई थी। इसके बाद पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत और इस्लामाबाद की उच्च अदालत ने इम्रान खान को जमानत देकर राहत प्रदान की थी। इसके बाद इम्रान खान विजयी हुए, ऐसे दावे किए जा रहे थे। लेकिन, पाकिस्तान की सेना ने सरकार को ज़रिया बनाकर इम्रान खान और उनके समर्थकों का किस्सा खत्म करने की गतिविधियां शुरू की हैं। ९ मई की हिंसा के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर सिविल और सेना की अदालत में मुकदमे चलाए जाएंगे, यह पाकिस्तान की सरकार ने घोषित किया है। पाकिस्तान की सुरक्षा का निर्णय करने का ज़िम्मा संभाल रहे ‘नैशनल सिक्योरिटी काउंसिल’ (एनएससी) ने इस निर्णय की पुष्टि की है। इसपर इम्रान खान की प्रतिक्रिया सामने आयी है और उन्होंने सेना पर नए आरोप लगाना शुरू किया हैं। 

हिंसाइम्रान खान के लाहौर स्थित घर में करीबन ३० से ४० आतंकवादी छुपे हैं, यह आरोप पाकिस्तानी सेना ने लगाया है। सेना ने उनको घर से बाहर निकलने के लिए २४ घंटे दिए हैं। पाकिस्तानी सेना पर बेवजह हमले करने वाले और उसमें बंदूक का इस्तेमाल करने वाले आतंकवादी ही हैं। इस वजह से ९ मई को ऐसे हमले करने में शामिल लोगों को आतंकवादी ही समझा जाएगा, ऐसी चेतावनी पाकिस्तान की सेना और सरकार ने दी थी। इम्रान खान को हिंसा के मुद्दे पर घेरने की तैयारी सरकार ने की है और उनके घर की पुलिस ने घेराबंदी की है।

इस वजह से मुश्किलों से घिरे इम्रान खान ने ९ मई को हुई हिंसा से हमारा संबंध ना होने का खुलासा किया। प्रदर्शनकारियों के बीच बंदूक के साथ कोई अलग लोग ही घुसे थे, यह दावा करके इम्रान खान ने इसके लिए पाकिस्तानी सेना ही ज़िम्मेदार होने के संकेत दिए हैं। इसके साथ ही इम्रान खान अपनी जान को खतरा होने का बयान करके वह अपने समर्थकों को ऐसा भावनात्मक संदेश भेज रहे हैं कि, मुमकिन हो यह अपना आखिरी संबोधन हो सकता है। इससे पकिस्तान में हिंसा की बड़ी आग फिर से भड़कने के आसार बने हैं।

पाकिस्तान में ९ मई से हुई हिंसा के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर सिविल और सेना की अदालत में में मुकदमे चलाए जाएंगे, ऐसा पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने किया हैं। पाकिस्तान के ‘एनएससी’ ने भी इसकी पुष्टि की है। इस वजह से इम्रान खान समर्थकों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी सरकार और सेना ने पुरी करने की बात दिख रही है। इम्रान खान के साथ खड़े रहकर हिंसा करनेवालों की शामत नहीं, ऐसा स्पष्ट संदेश पाकिस्तानी सेना इस माध्यम से दे रही हैं। 

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.