भारत से ‘ब्रह्मोस’ खरीदने के लिए फिलिपाईन्स की तैयारी

नई दिल्ली – फिलिपाईन्स ने भारत से ‘ब्रह्मोस’ मिसाइलों खरीदने का निर्णय किया है। इससे संबंधित समझौते का जल्द ही ऐलान होगा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। साऊथ चायना सी क्षेत्र में फिलहाल फिलिपाईन्स और चीन के बीच जारी तनाव पर गौर करें तो यह देश कर रहा ‘ब्रह्मोस’ की खरीद चीन को बेचैन करने वाली बात साबित होती है। और भारत के रक्षा संबंधित निर्यात को इससे बड़ा लाभ प्राप्त होगा। यह दोनों मुद्दे रणनीतिक नज़रिये से भारत के लिए काफी अहम साबित होते हैं।

philippines-brahmos-indiaभारत और रशिया ने संयुक्त कोशिश से ब्रह्मोस का निर्माण किया है और यह मिसाइल खरीदने के लिए फिलिपाईन्स उत्सुक होने की बात पहले ही स्पष्ट हुई थी। इस पर दोनों देशों के बीच चर्चा हो रही थी और यह चर्चा अब आगे बढ़ रही है। फिलिपाईन्स ने ‘ब्रह्मोस’ की खरीद के लिए निधि आरक्षित कर रखा था, यह दावे करनेवाले समाचार भी सामने आए हैं। तो, कुछ खबरों में फिलिपाईन्स ने इस व्यवहार के लिए गतिविधियाँ शुरू करने की बात दर्ज़ की गई थी। लेकिन, अधिकृत स्तर पर इसका ऐलान नहीं किया गया है। कोरोना की महामारी के कारण इस व्यवहार में रुकावट आने की बात कही जा रही है।

पिछले कुछ दिनों से फिलिपाईन्स ने साऊथ चायना सी क्षेत्र में चीन की आक्रामक गतिविधियों के खिलाफ सख्त भूमिका अपनाई है। साऊथ चायना सी में एसियान के सदस्य देशों का मज़बूत संगठन खड़ा करने का आवाहन फिलिपाईन्स ने किया है। चीन की अड़ियलता के खिलाफ सख्त भूमिका अपनाने के लिए ऐसे संगठन की आवश्‍यकता होने का बयान फिलिपाईन्स कर रहा है। साथ ही फिलिपाईन्स ने दक्षिण कोरिया की कंपनियों से दो विध्वंसक खरीदने के लिए समझौता किया है।

फिलिपाईन्स के समुद्री क्षेत्र में चीन के मछुआरों के सैंकड़ों जहाज़ लंबे समय तक तैनात थे। यह जहाज़ मछली पकड़ने के लिए वहां पर होने की बात उपरी स्तर पर दिखाई जा रही है। लेकिन, असल में यह चीनी नौसेना के दल का हिस्सा होने का आरोप लगाया जा रहा है। फिलिपाईन्स ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लेकर इसके खिलाफ चीन को इशारे भी दिए थे। लेकिन, चीन ने इसे अनदेखा किया। फिलिपाईन्स के समुद्री क्षेत्र पर दावा जतानेवाला चीन इन कोशिशों के ज़रिये इस समुद्री क्षेत्र पर अपना अधिकार स्थापित करने की कोशिश में होने की बात सामने आयी है।

इसी कारण फिलिपाईन्स को अपनी सुरक्षा के लिए तेज़ गतिविधियाँ करनी पड़ रही हैं। ब्रह्मोस खरीदने के लिए फिलिपाईन्स ने दी हुई गति इन्हीं कोशिशों का हिस्सा है। विश्‍वभर में अति प्रगत सुपरसोनिक मिसाइल के तौर पर पहचाने जानेवाले ‘ब्रह्मोस’ की खरीद करके फिलिपाईन्स ने अब हम सुरक्षा के लिए तैयार हो रहे है, यह संदेश चीन को दिया है। भारत के रक्षा संबंधी निर्यात के लिए यह व्यवहार काफी अहम साबित हो सकता है। फिलिपाईन्स के बाद चीन के आतंक में होनेवाले साऊथ चायना सी के अन्य देश भी भारत से ब्रह्मोस खरीदने का निर्णय कर सकते हैं।

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