पाकिस्तानी सेना की चौकियों पर संतप्त पश्तू प्रदर्शनकारियों के हमलें

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमिरानशाह – पिछले कुछ सप्ताहों से शांति से शुरू प्रदर्शनों पर पाकिस्तानी लष्कर ने की कार्रवाई में तीन प्रदर्शनकारियों की जान गई हैं| इस कारण नाराज हुए पश्तून प्रदर्शनकारियों ने रविवार के दिन उत्तरी वझिरिस्तान के मिरानराशाह विभाग में पाकिस्तानी सेना की सुरक्षा चौकियों पर हमलें किए हैं| पाकिस्तानी सुरक्षा यंत्रणाओं ने किए प्रति हमलों में २० पश्तून प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं| उसी के साथ पश्तून प्रदर्शनकारियों पर लष्करी न्यायालय में मुकदमा भरने की तैयारी शुरू होने की खबरें सामने आ रही हैं|

पिछले कुछ वर्षो से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवाला विभाग में पश्तून नागरिक अपने अधिकारों के लिए सरकार और पाकिस्तानी लष्कर के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर रहे हैं| पिछले सप्ताह में इन प्रदर्शनों का भड़का उठा था| राजधानी इस्लामाबाद में एक पश्तून युवती पर अत्याचार कर उसकी हत्या की गई हैं| इस घटना के बाद वझिरिस्तान प्रांत में पाकिस्तान सरकार, लष्कर और लष्कर का साथ देने वाले माध्यमों के विरोध में जोरदार प्रदर्शन शुरू हुए हैं|

शनिवार को पाकिस्तानी लष्कर ने इन प्रदर्शनों पर कार्रवाई की थीं| इस कार्रवाई में तीन लोगों की जान गई और ४० से अधिक प्रदर्शनकारी गंभीर जख्मी हुए हैं| पाकिस्तानी लष्कर की इस कार्रवाई के कारण नाराज हुए पश्तून प्रदर्शनकारियों ने रविवार सुबह उत्तर वझिरिस्तान के ‘दोगा मचा मादाखेल’ यहां के लष्कर की सुरक्षा चौकियों पर हमलें किए हैं| उसके बाद पाकिस्तानी लष्कर ने की कार्रवाई में और २० प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं|

पाकिस्तान सरकार और लष्कर से होने वाले अत्याचार के विरोध में पश्तून नागरिकों में असंतोष बढ़ता जा रहा हैं| पाकिस्तान सरकार और लष्कर पश्तून युवकों को पकड़कर आतंकवादी बना रहे हैं| वझिरिस्तान विभाग में पाकिस्तानी लष्कर ने आतंकवादियों के केंद्र स्थापित करते हुए पाकिस्तान सरकार से अपने संप्रभुता का उल्लंघन होने का आरोप ‘पश्तून तहफ्फूज मूवमेंट’ (पीटीएम) कर रही हैं| इसके अलावा पाकिस्तान सरकार से पश्तून नागरिकों का होने वाला नरसंहार अभी भी नहीं रुका, ऐसा गंभीर आरोप ‘पीटीएम’ ने किया हैं|

आंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तानी सरकार और लष्कर की कार्रवाईयों का पर्दाफाश करने के लिए ‘पीटीएम’ के नेताओं ने जोरदार प्रयत्न शुरू किए हैं| तो ‘पीटीएम’ के ये प्रदर्शन दबाने के लिए पाकिस्तानी लष्कर से बल का उपयोग किया जा रहा हैं| स्वतंत्र पश्तूनिस्तान की मांग करने वाले पश्तून प्रदर्शनकारियों को प्रसिद्धि ना मिले इसलिए पाकिस्तानी लष्कर ने वर्णित विभाग में माध्यमों पर प्रतिबंध लगाए हैं| फिर भी सोशल मीडिया तथा अंतरराष्ट्रीय माध्यमों से पश्तून जनता की आवाज दुनिया तक पहुंच रही हैं|

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