अफ़गानिस्तान के आतंकियों का ‘सुरक्षित स्वर्ग’ पाकिस्तान- अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष की टीका

वॉशिंगटन: अफ़ग़ानिस्तान में अधिक सेना तैनाती की घोषणा करके आतंकवादियों पर कार्रवाई के लिए पाकिस्तान को निशाना करनेवाले नए अफगान विषयक नीति अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने घोषित की है। जिस आतंकवादियों से अमरीका अफ़ग़ानिस्तान में युद्ध करेगा उन दहशत वादियों का ‘सुरक्षित स्वर्ग’ पाकिस्तान में होने की टिप्पणी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने लगाया है। अफ़ग़ानिस्तान के आतंकवाद विरोधी युद्ध में भारत अधिक योगदान दे यह आवाहन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया है।

पिछले कई हफ्तों से अमरीका के अफ़ग़ानिस्तान विषयक नीति चर्चे मे थी। हालही में अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान की आतंकवादी कार्रवाई अधिक तीव्र होते हुए देश का बड़े पैमाने पर भूभाग तालिबान के हाथ जाने की बात दिखाई दे रही है। ऐसी परिस्थिति में, अमरीका अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर नई नीति स्वीकार ने पर विवश होते हुए अमरीका के नेता, लष्करी अधिकारी एवं सामरिक विश्लेषक ने इसके लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प पर दबाव डाला था। राष्ट्राध्यक्ष पद पर आते समय ट्रम्प ने अफ़ग़ानिस्तान के इस अतिरिक्त खर्च एवं अमरिकी सैनिकों का बलि जानेवाले युद्ध से वापसी के संकेत दिए थे। पर राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद इस संदर्भ में अपना मत बदलने का इकबालिया बयान ट्रम्प ने दिया है।

अमरीका ने अफ़ग़ानिस्तान से अपनी सेना वापस बुलाने पर उसके भयंकर परिणाम हो सकते हैं। जिस वजह से अब युद्ध जीतने के सिवाय अमरीका वहां से लौट नहीं सकती, यह राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने स्पष्ट किया है। साथ ही अफ़ग़ानिस्तान में अतिरिक्त सेना तैनाती करनी होगी यह कहते ट्रम्प ने सेना तैनाती का मार्ग खुला किया है।

आने वाले समय में अमरीका कितनी सेना अफ़ग़ानिस्तान में तैनात करेगी इसका खुलासा ट्रम्पने नहीं किया। अफ़ग़ानिस्तान के आतंकवाद इस समस्या का मूल पाकिस्तान की आतंकवाद नीति में होने का स्पष्ट संकेत भी ट्रम्प ने दिया है।

अब तक हुए आतंकवाद विरोधी युद्ध में पाकिस्तान ने बड़ा सहयोग दिया है एवं यह देश अमरीका का निकटतम सहयोगी था पर आने वाले समय में पाकिस्तान की आतंकवादियों को समर्थन करने के नीति को नजर अंदाज नहीं कर सकते यह राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहते हुए कड़े सुनाये है। पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए ‘सुरक्षित स्वर्ग’ होते इन आतंकवादियों से अमरीका अफ़ग़ानिस्तान में युद्ध करेगी। इन आतंकियों पर कार्रवाई करके पाकिस्तान बहुत कुछ कमा सकता है, पर अगर पाकिस्तान ने आतंकवादियों पर कठोर कारवाई नहीं की तो पाकिस्तान को बहुत कुछ गवांना पड़ेगा यह कठोर इशारा ट्रम्पने दिया है। तथा आतंकवादियों ने पाकिस्तान में भी रक्तपात किया है इस पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने ध्यान केंद्रित किया है।

अब राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के अफगान विषयक इस नई नीति में पाकिस्तान को निशाने पर धरा जाएगा, ऐसा दिखाई दे रहा है। ट्रम्पने इस नीति की घोषणा करने के पहले इस संदर्भ की खबरें प्रसिद्ध हुई थी। पाकिस्तान को संकेत देने के बाद अपने भाषण में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने भारतने अफ़ग़ानिस्तान में किये विकास कार्य और निवेश की प्रशंसा की। साथ ही भारत अफ़ग़ानिस्तान को अधिक योगदान दें यह मांग भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने की है। व्यूहरचनात्मक दृष्टि से भारत अफ़ग़ानिस्तान के इस आतंकवाद विरोधी युद्ध में बड़ा सहयोग दे सकता है और भारत के इस सहयोग को हमें बढ़ाना है, यह कहते ट्रम्प ने पाकिस्तान को चिंता में डाल दिया है।

दौरान, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने आतंकवाद का ‘सुरक्षित स्वर्ग’ पाकिस्तान होने की घोषणा करने पर पाकिस्तान का मित्र देश चीन मदद के लिए भाग आने का चित्र दिखाई दे रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने आतंकवाद विरोधी युद्ध में पाकिस्तान सबसे आगे जाकर लड़नेवाला देश होने का प्रशस्ति पत्र दिया है। तथा इस युद्ध में पाकिस्तान को ही सबसे बड़ी हानि सहनी पड़ रही है, यह चुनयिंग ने कहा। इसके पहले भी पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थक नीतियों को नजरअंदाज करते हुए चीन ने पाकिस्तान की इसी तरह पीठ थपथपाई थी। साथ ही पाकिस्तान के भारत विरोधी कारवाईयों में उलझे आतंकवादी संगठनों के नेताओं को संयुक्त राष्ट्रसंघ की कार्रवाई से बचाने के लिए चीन ने नकाराधिकार का अनेक बार गैर उपयोग किया था। अमरीका से आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को फटकारने पर चीन से इस देश को समर्थन मिलना यह अपेक्षित बात मानी जाती है।

 

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