भारत के सामने पाकिस्तान की फौज २४ घंटे भी नहीं टिकेगी – पाकिस्तान की विरोधी पक्ष नेता की कबुली

इस्लामाबाद – भारत के आक्रमण के सामने पाकिस्तान की फौज २४ घंटे भी नहीं टिक सकेगी, ऐसा बयान करके पाकिस्तान के विरोधी पक्ष नेता मौलाना फझलुर रेहमान ने सनसनी मचाई है। उसी समय, पाकिस्तान ही भारत के पास चर्चा के लिए याचना कर रहा है, ऐसा बताकर फझलुर रेहमान ने अपने देश की सरकार और लष्कर की बोलती बंद कर दी है। भारत ने ही पाकिस्तान को चर्चा का प्रस्ताव दिया, ऐसे दावे पाकिस्तान की सरकार और माध्यमों द्वारा किये जाते हैं। इस कारण रेहमान ने किए ये बयान पाकिस्तान में बहुत ही विवादास्पद साबित हो रहे हैं।

पाकिस्तान की फौज

पाकिस्तान के ‘जमात उलेमा इस्लाम-फझल’ इस संगठन के प्रमुख और विरोधी पार्टियों का मध्यवर्ती संगठन बनी ‘पकिस्तानी डेमोक्रॅटिक मुव्हमेंट’ के सूत्रधार, ऐसी मौलाना फझलुर रेहमान की पहचान है। प्रधानमंत्री इम्रान खान के साथ ही पाकिस्तानी लष्कर की कड़ी आलोचना करने का सत्र रेहमान ने शुरू किया है। भारत ने यदि आक्रमण किया, पाकिस्तान का लष्कर उसके सामने २४ घंटे भी टिक नहीं सकेगा। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था मिट्टी में मिल चुकी है। ऐसे दौर में पाकिस्तान को ज़िम्मेदार नेता की ज़रूरत है, ऐसा रेहमान ने पत्रकारों के सामने कहा था।

साथ ही, भारत से चर्चा का प्रस्ताव मिल रहा होने का, पाकिस्तान की सरकार और माध्यमों का दावा भी रहमान ने झुठला दिया। पाकिस्तान ही भारत से चर्चा करने के लिए याचना कर रहा है। लेकिन भारत से वैसा प्रस्ताव आया होने की, गुमराह करनेवाली जानकारी जनता को दी जा रही है, ऐसी आलोचना रहमान ने की। उनके इन बयानों की बहुत बड़ी गूँजे पाकिस्तान में सुनाई दे रहीं हैं। उन्होंने ये दावे करने के कुछ दिन पहले पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पत्रकारों के साथ अनौपचारिक स्तर पर चर्चा की थी। भारत और पाकिस्तान के बीच भाईचारा स्थापित हो और व्यापार हो, ऐसा अपना कहना है, यह इस समय जनरल बाजवा ने स्पष्ट किया था।

भारत के साथ पाकिस्तान के सहयोग को लष्कर का विरोध नहीं रहा है, यह संदेश इसके द्वारा जनरल बाजवा देना चाहते थे। लेकिन उन्होंने अधिकृत स्तर पर ये दावे ना करने की सावधानी दिखाई है। वह संदर्भ पकड़कर पाकिस्तान के लष्कर की क्षमता और इस देश की सद्यस्थिति, इसपर मौलाना फझलुर रेहमान ने उँगली रखी। इन हालातों के लिए इम्रान खान की सरकार के साथ ही, उन्हें सत्ता में लानेवाला पाकिस्तान का लष्कर भी ज़िम्मेदार होने का ठीकरा रेहमान द्वारा फोड़ा जा रहा है ।

पाकिस्तानी माध्यमों ने रेहमान की कड़ी आलोचना शुरू की। रेहमान ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर ग़ैरज़िम्मेदाराना बयान किए होने की आलोचना सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने की। लेकिन उनके बयानों की गूंजें पाकिस्तान में सुनाई दे रहीं होकर, फिलहाल अपना देश बहुत ही गंभीर अवस्था में होने की बात पाकिस्तानी जनता हताशा से मान्य कर रही है। साथ ही, जनता के सामने सत्य प्रस्तुत करने की हिम्मत पाकिस्तान के सरकार के पास नहीं है, यह बात भी इस देश के कुछ ज़िम्मेदार पत्रकार और विश्लेषक स्पष्ट रूप में बता रहे हैं।

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