भारत से मित्रता का पुरस्कार करने के लिए पाकिस्तानी सेना का पत्रकारों पर दबाव – पाकिस्तान के ज्येष्ठ पत्रकार हमीद मीर का आरोप

हमीद मीरइस्लामाबाद – जम्मू-कश्‍मीर को विशेष दर्जा प्रदान करनेवाली धारा-३७० फिर से बहाल करने का निर्णय भारत ने किया, तो पाकिस्तान भारत के साथ चर्चा करेगा, यह ऐलान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने किया है। लेकिन दरअसल भारत से बातचीत करके सहयोग स्थापित करने के लिए, पाकिस्तान की सरकार और सेना जानतोड़ कोशिश करने में जुटी होने की बात स्पष्ट हुई है। पाकिस्तान की सेना ही अब माध्यमों को, भारत से मित्रता का पुरस्कार करनेवाली खबरें देने की सूचना कर रही है, इसकी पोलखोल पाकिस्तान के नामांकित पत्रकार हमीद मीर ने की है।

पाकिस्तान का गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ के तीन लोगों ने, पत्रकार असद अली तूर के घर में प्रवेश करके उनपर हमला किया था। उनसे मारपीट करके इन तीन लोगों ने तूर को बदनाम करने की धमकियाँ भी दीं। इससे पहले पाकिस्तान की सेना और आयएसआय ने मिलकर पत्रकारों का अपहरण और उनपर हमलें करने की घटनाएँ सामने आयीं थीं। इस वजह से गुस्सा हुए पत्रकारों ने कराची में प्रदर्शन किए। ज्येष्ठ पत्रकार हमीद मीर ने, यह हमला करनेवाले आयएसआय और पाकिस्तानी सेना पर निशाना साधा।

हमारें टैंकों को जंग लगी हैं। भारत से युद्ध करने जैसी स्थिति फिलहाल नहीं है। इस वजह से आप भारत के साथ सहयोग और मित्रता का पुरस्कार करनेवाली खबरें प्रदान करें, ऐसा पाकिस्तानी सेना द्वारा पत्रकारों से कहा जा रहा है। इसे अनसुना करने के कारण हमें लक्ष्य किया जा रहा है, ऐसी तीखीं आलोचना हमीद मीर ने इस दौरान की। इसके साथ ही, उपरी तौर पर इस्रायल के विरोध में ज़हर उगलती रहीं पाकिस्तानी सेना को, वास्तव में इस्रायल के साथ संबंध स्थापित करने हैं, इस बात की पोलखोल भी मीर ने इस दौरान की।

अगर आनेवाले दिनों में पत्रकारों के घरों में घुसकर उनपर हमलें हुए, तो हमारें हाथों में आपके घरों में घुसकर हमलें करने के लिए हथियार नहीं होंगे। लेकिन आपके घरों की जानकारी हम सार्वजनिक करेंगे। आपकी पत्नि ने आपपर गोलियाँ क्यो चलाईं, इसकी जानकारी हम विश्‍व के साथ साझा करेंगे, यह चेतावनी हमीद मीर ने दी। क्या यह चेतावनी पाकिस्तान के एक विशिष्ट सेना अफसर को सामने रखकर दी थी, यह बात स्पष्ट नहीं हुई। लेकिन, पाकिस्तानी सेना के पास छुपाने के लिए काफी कुछ है, यह विश्‍व के सामने आने पर मुँह दिखाना कठिन होगा, ऐसें संकेत भी हमीद मीर ने इस माध्यम से दिए हैं।

गुस्से के जोश में आकर हमीद मीर ने दी इस चेतावनी की वजह से, पाकिस्तान की सेना की स्थिति विश्‍व के सामने खुल चुकी हैं। कश्‍मीर की नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी करके आतंकियों की भारत में घुसपैंठ कराने की उकसानेवाली हरकतें करनेवाली पाकिस्तान की सेना ने, भारत के साथ युद्धविराम करने का निर्णय किया है। साथ ही, मतभेद दूर करके उज्वल भविष्य बनाने के लिए सहयोग स्थापित करने का आवाहन पाकिस्तान के सेनाप्रमुख ने भारत से किया था।

पाकिस्तान की सरकार इसके लिए पहल करें, यह उम्मीद भी सेनाप्रमुख जनरल बाजवा ने रखी थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भारत से शक्कर और कपास की आयात करने का प्रस्ताव पेश करके, इस दिशा में कोशिश भी की थी। लेकिन, चरमपंथियों ने इसका विरोध करने के बाद, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को इस निर्णय से पीछे हटना पड़ा था। यह मामला काफी गलत तरीके से संभालने की वजह से, प्रधानमंत्री इम्रान खान पर पाकिस्तान की सेना नाराज़ होने के दावे किए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर, पाकिस्तान की सेना को ही अब भारत के साथ शांति स्थापित करने की ज़रूरत महसूस हो रही है और इसके लिए माध्यमों पर दबाव बनाया जा रहा है, इन मीर ने किए आरोपों की पुष्टि हो रही है।

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