उत्तर कोरिया से भी पाकिस्तान अधिक खतरनाक – अमरिका के भूतपूर्व सीनेटर का इशारा

वॉशिंगटन: उत्तर कोरिया में सिर्फ एक हुकुमशाह का परमाणु शस्त्र पर नियंत्रण है, पर पाकिस्तान के नेतृत्व का अपने परमाणु शस्त्र पर नियंत्रण नहीं है। इस देश के परमाणु शस्त्र सहज रुप से चोरी किए जा सकते हैं अथवा उनकी बिक्री भी संभव है। इस वजह से अमरिका उत्तर कोरिया से ज्यादा पाकिस्तान को अधिक खतरनाक देश मान रहा है, ऐसा अमरिका के भूतपूर्व सेनेटरी लैरीप्रेसलर ने सूचित किया है।

पाकिस्तान अधिक खतरनाकअमरिका के प्रख्यात अभ्यास गट ऐसी पहचान होने वाले ‘हडसन इंस्टीट्यूट’ मे अपने व्याख्यान में बोलते समय, प्रेसलर ने पाकिस्तान का खतरा रेखांकित किया है। २०से ३०आतंकियोंने अमरिका पर ९/११का आतंकी हमला किया था। पाकिस्तान में परमाणु शस्त्र अमरिका मे लाकर इसी तरह का भयंकर हमला किया जा सकता है, ऐसी गंभीर चिंता प्रेसलर ने व्यक्त की है। उस समय पाकिस्तान से भारत के विरोध में अपने परमाणु शस्त्र का इस्तेमाल संभव न होने की बात प्रेसलर ने स्पष्ट की है।

पाकिस्तान में परमाणु शस्त्र पर किसी एक का नियंत्रण नहीं। इसकी वजह से इस देश में लष्करी अधिकारी उसकी बिक्री कर सकता है, इस पर प्रेसलरने ध्यान केंद्रित किया है। सारी दुनिया का लक्ष्य फिलहाल उत्तर कोरिया के खतरे पर टिका हुआ है और पाकिस्तान से दुनिया को होने वाला खतरा इससे बहुत ही बड़ा है, इसका एहसास प्रेसलरने कराया है। साथ ही पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थक नीतियों पर कड़ी कारवाई करके प्रेसलरने पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने की मांग की है।

पाकिस्तान पर कड़ी प्रतिबंध जारी करने की मांग प्रेसलर बहुत पहले से कर रहे हैं और हडसन इंस्टिट्यूट के अपने व्याख्यान में भी उन्होंने पाकिस्तान पर कड़े प्रतिबंध जारी किए जाए ऐसी मांग की है। उत्तर कोरिया के साथ पाकिस्तान का भी उल्लेख दुष्ट देशों की सूची में किया जाए, ऐसा प्रेसलर ने कहा है। उस समय अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प भारत के लिए अत्यंत अनुकूल होने की बात कहकर ट्रम्प इनके नीतियों की प्रेसलरने प्रशंसा की है।

दौरान,अमरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन भारत के दौरे पर आने के बाद, अमरिका एवं भारत साथ मिलकर पाकिस्तान के आतंकवादी नीतियों पर कड़ा प्रहार करने की बात स्पष्ट हुई है। उसके बाद प्रेसलरने भी पाकिस्तान से अमरिका को खतरा संभव होने की बात कहकर पाकिस्तान की चिंता बढ़ाई है। फिलहाल पाकिस्तान में खलबली फैली है और सामयिक प्रधानमंत्री होने वाले शाहिद खाकान अब्बासी को कोई भी महत्व नहीं दे रहा, यह बात स्पष्ट दिखाई दे रही है। ऐसे समय में किसी एक का भी नियंत्रण न होने की बात ध्यान में लाते हुए, प्रेसलर ने अत्यंत गंभीर समस्या पर अमरिका एवं दुनिया का ध्यान केंद्रित किया है।

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