११३. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-२

११३. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-२

    सन १९५६ के सुएझ युद्ध के बाद आंतर्राष्ट्रीय पटल पर इस्रायल का दबदबा बहुत ही बढ़ गया गया था| लेकिन सशस्त्र पॅलेस्टिनी अरबों से इस्रायल पर होनेवाले हमलें कुछ कम नहीं हुए थे, बल्कि वे धीरे धीरे बढ़ते ही जा रहे थे| इस कारण पहले के दशकों की तरह ही, युद्धों के बीच […]

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समय की करवट (भाग ८३) – अरब-इस्रायल विवाद

समय की करवट (भाग ८३) – अरब-इस्रायल विवाद

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। इसमें फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे […]

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नेताजी-१९३

नेताजी-१९३

८ फ़रवरी १९४३ को कील बन्दरगाह से जर्मन पनडुबी द्वारा शुरू हुआ सुभाषबाबू का जलप्रवास, २३ अप्रैल को मादागास्कर के नजिक जर्मन पनडुबी में से जापानी पनडुबी में स्थानांतरित होने के बाद कुछ ही दिनों में, यानी ६ मई १९४३ को साबांग बन्दरगाह पर समाप्त हो गया। साबांग बन्दरगाह पर, बर्लिन स्थित जापानी सेना के […]

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अमरिका ‘ड्रोन’ विरोधी लेजर का परीक्षण करेगी

अमरिका ‘ड्रोन’ विरोधी लेजर का परीक्षण करेगी

वॉशिंगटन: मोर्टर्स, ग्रेनेड और मशीनगन से सज्ज होनेवाले चीन के हेलीकॉप्टर ड्रोन शत्रु पर स्वार्म हमलें करने के लिए तैयार होने का दावा ग्लोबल टाइम्स इस चीन के मुखपत्र ने कुछ दिनों पहले किया था| ईस्ट एवं साउथ चाइना सी क्षेत्र में चीन को चुनौती देनेवाले अमरिका के लिए यह हमलावर ड्रोन चुनौती हो सकते […]

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नेताजी- १८१

नेताजी- १८१

सुभाषबाबू की हिटलर के साथ हो रही बातचीत धीरे धीरे आगे बढ़ रही थी। लगभग तेरह महीनों के इन्तज़ार के बाद हुई इस प्रत्यक्ष मुलाक़ात में, वे हिटलर के साथ जो कुछ बात कर रहे थे, उन सभी मुद्दों में उनका पाला निराशा से ही पड़ रहा था। फिलहाल रुसी मुहिम में व्यस्त रहनेवाले हिटलर […]

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समय की करवट (भाग ७३) – क्रायसिस् आख़िरकार मिट तो गया, लेकिन….!

समय की करवट (भाग ७३) – क्रायसिस् आख़िरकार मिट तो गया, लेकिन….!

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। इसमें फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे […]

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नेताजी-१७३

नेताजी-१७३

सुभाषबाबू यहाँ बर्लिन में ‘आज़ाद हिन्द सेना’ की भर्ती के लिए दिलोजान से कोशिशें कर रहे थे और वहाँ महायुद्ध के अतिपूर्वीय नये मोरचे पर मानो उनकी भावी कृतियोजना को फ़लित बनाने के लिए ज़मीन ही जोती जा रही थी! ७ दिसम्बर १९४१ को अमरीका के पर्ल हार्बर स्थित शक्तिशाली नौसेना अड्डे को जापान ने […]

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समय की करवट (भाग ७२) – पकड़ने जाओ को काटता है, छोड़ दिया तो भाग जाता है

समय की करवट (भाग ७२) – पकड़ने जाओ को काटता है, छोड़ दिया तो भाग जाता है

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। इसमें फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे […]

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७३. १९४० के दशक में….

७३. १९४० के दशक में….

इसके पश्‍चात् के सन १९३९ से १९४५ के छः साल दूसरे विश्‍वयुद्ध के थे। इस दौरान युरोप में, ख़ासकर नाझी जर्मनी में ज्यूधर्मियों को अनन्वित यातनाएँ भुगतनी पड़ीं; लेकिन खुद पॅलेस्टाईन प्रान्त में बहुत मन्थन होकर, ज्यूधर्मियों को स्वतन्त्रता की ओर ले जानेवालीं कई बातें घटित होने लगी थीं। १ सितम्बर १९३९ को पोलंड पर […]

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येमेनी बागियों के सऊदी पर मिसाइल हमले

येमेनी बागियों के सऊदी पर मिसाइल हमले

रियाध – ईरान के साथ किए गए परमाणु अनुबंध से अमरिका के पीछे हटने का स्वागत करने वाले सऊदी अरेबिया पर बुधवार को मिसाइल हमले हुए। येमेन के हौथी बागियों ने सऊदी अरेबिया की राजधानी रियाध पर यह मिसाइल दागे। लेकिन सतर्क सऊदी हवाईदल ने और मिसाइल भेदी यंत्रणा ने हौथी बागियों के इन मिसाइलों […]

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