नॉर्ड स्ट्रीम पाईपलाईन से हो रहा ईंधन रिसाव आन्तर्राष्ट्रीय आतंकवाद का भाग – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन

मॉस्को – रशिया से युरोप को ईंधन सप्लाई करनेवाली नॉर्ड स्ट्रीम पाईपलाईन से हो रहा ईंधनरिसाव यानी अभूतपूर्व घातपात है। इस पाईपलाईन से होनेवाला नैसर्गिक वायु का रिसाव यानी आन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी साज़िश का भाग होने का गंभीर आरोप रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने किया। इस ईंधन रिसाव के लिए रशिया ज़िम्मेदार होने का दोषारोपण अमरीका तथा नाटो ने किया था। लेकिन जिस इलाक़े में ईंधन रिसाव हुआ, उसपर अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं का नियंत्रण है, इस बात पर रशिया ने कुछ ही घंटे पहले ग़ौर फ़रमाया था। उसके बाद रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने ये आरोप किये हैं।

ईंधन रिसावबाल्टिक समुद्र स्थित ‘नॉर्ड स्ट्रीम 1’ तथा नॉर्ड स्ट्रीम 2’ इन दोनों ईंधन पाईपलाईन पर हुए घातपाती हमले से तीसरा विश्वयुद्ध भड़क सकता है, ऐसी चेतावनी अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दो दिन पहले दी थी। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ही फ़रवरी महीने में युक्रेन युद्ध भड़कने से पहले किये बयान की ट्रम्प ने याद दिलाई थी। ‘रशिया ने अगर युक्रेन पर हमला किया ही, तो ‘नॉर्ड स्ट्रीम 2’ नामक ईंधन पाईपलाईन का अस्तित्व ही नहीं बचेगा। हम पहले यह पाईपलाईन ध्वस्त कर देंगे’, ऐसी धमकी बायडेन ने दी थी। इस वजह से सात महीने बाद बाल्टिक समुद्र स्थित नॉर्ड स्ट्रीम की दोनों ईंधन पाईपलाईनों में हो रहे रिसाव की ओर अधिक ही शक़ की निगाह से देखा जा रहा है।

अमरीका तथा नाटो ने नॉर्ड स्ट्रीम पाईपलाईन में चार जगहों पर हुए रिसाव के लिए रशिया को ज़िम्मेदार ठहराया था। ‘जानबूझकर और ग़ैरज़िम्मेदाराना पद्धति से किये इस घातपाती हमले के कारण अगर सहयोगी देशों की सुरक्षा के लिए ख़तरा पैदा हुआ, तो उसका एकजुट से जवाब दिया जायेगा’, ऐसी चेतावनी नाटो ने दी है। वहीं, बाल्टिक सागरी क्षेत्र में रशिया की रक्षातैनाती बड़े पैमाने पर होकर, रशिया ने ही यह घातपात करवाया होने का आरोप महासंघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयन ने किया था। इससे युरोप की ईंधन सप्लाई खंडित होगी और इससे रशिया को फ़ायदा होगा, ऐसा दावा युरोपीय महासंघ ने किया था।

ईंधन रिसावलेकिन रशियन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया झाखारोव्हा ने भी, अमेरिकन राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने फ़रवरी महीने में दी धमकी की ओर आन्तर्राष्ट्रीय माध्यमों का ध्यान आकर्षित किया। यहाँ की पाईपलाईन पर घातपात करवाकर क्या बायडेन प्रशासन ने अपनी धमकी सच कर दिखाई है, ऐसा सवाल झाखारोव्हा ने किया। साथ ही, रिसाव हुए भाग पर अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं का नियंत्रण था, यह बताकर रशिया ने बायडेन प्रशासन की चिंताएँ बढ़ाई थीं। व्हाईट हाऊस में हुई पत्रकारों की बैठक में रशिया की इस आरोप पर सन्तोषजनक खुलासा देना बायडेन प्रशासन के प्रवक्ताओं के लिए भी मुश्किल साबित हुआ था।

ऐसी परिस्थिति में रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने, इस पाईपलाईन से हो रहे ईंधनरिसाव को घातपात की कोशिश बताकर, आरोपों की धार तेज़ की। साथ ही, ईंधनरिसाव का यह मामला यानी आन्तर्राष्ट्रीय आतंकवाद की साज़िश है, ऐसा गंभीर आरोप पुतिन ने किया। इस ईंधनरिसाव से मिथेन गैस तेज़ी से बाहर निकल रहा होने की चिंता व्यक्त की जा रही है। बाल्टिक सागरी क्षेत्र तथा यहाँ के युरोपीय देशों के लिए यह चिंता की बात होने का दावा किया जा रहा है।

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