देश में कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या ६१४ पर

नयी दिल्ली – देश में कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या ६१४ पर पहुँच गयी है। महाराष्ट्र में इस बीमारी से संक्रमित मरीज़ों की संख्या १२२ से उपर गयी होने के कारण चिंता अधिक ही बढ़ी है। जनता ‘लॉकडाऊन’ के नियमों का पालन करें, घर से बाहर ना निकलें, यह इस संकट में से बाहर निकलने का एकमात्र उपाय होने की बात सरकार ने पुन! एक बार अधोरेखित की है। बुधवार को केंद्र सरकार ने, ‘लॉकडाऊन’ की अवधि में ८० प्रतिशत जनता को मात्र दो रुपये में गेहूँ और तीन रुपये में चावल उपलब्ध करा देने की घोषणा की। साथ ही, ‘नॅशनल पॉप्युलेशन रजिस्टर’ (एनपीआर) और सन २०२१ की जनगणना (सेन्सस्) का पहला चरण, इन्हें फिलहाल स्थगित करने का निर्णय सरकार ने लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात को ‘लॉकडाऊन’ की घोषणा करने के बाद कुछ स्थानों पर किरानामाल तथा जीवनावश्यक चीज़ों की ख़रीद के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। लेकिन जीवनावश्यक चीज़ें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने का यक़ीन केंद्र तथा राज्य सरकार ने जनता को दिलाया। ‘लॉकडाऊन’ की अवधि में जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानें चालू रहेंगी, अत: कोई भीड़ ना करें, ऐसा सरकार ने कहा है।

बुधवार की सुबह से ही देशभर में ‘लॉकडाऊन’ का प्रभाव दिखायी दिया। सड़कें सुनसान हुईं थीं। लेकिन अभी भी कुछ लोग इस ‘लॉकडाऊन’ को महत्त्व देते हुए दिखायी नहीं दे रहे हैं, ऐसी आलोचना चॅनल्स् द्वारा की जा रही थी। बार बार आवाहन करने के बावजूद भी कुछ लोग शड़कों पर उतर रहे थे। लेकिन ऐसे अपवादों (एक्सेप्शन्स्) को छोड़कर, बाक़ी जनता ने बड़े पैमाने पर ‘लॉकडाऊन’ के नियमों का पालन किया होने का चित्र देशभर में दिखायी दिया।

देश में दिनबदिन कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या बढ़ती चली जा रही है। महाराष्ट्र के सांगली ज़िले में एक ही परिवार के पाँच सदस्यों को कोरोना का संक्रमण हुआ होने की बात सामने आयी है। मुंबई में भी और छ: नये मरीज़ मिले हैं। कर्नाटक में १०, दिल्ली में पाँच, तामिलनाडू में पाँच नये मरीज़ सामने आये। पूरे देश में २४ घण्टों में ५५ नये मरीज़ हुए होकर, देश में अबतक कोरोनावायरस से संक्रमित हुए कुल ६१४ मरीज़ पाये गये हैं। इनमें से ४१ लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। साथ ही, अबतक १२ लोगों की इसमें मृत्यु हुई बतायी जाती है। भारत में सर्वाधिक मरीज़ महाराष्ट्र में होकर, राज्य के मरीज़ों की संख्या १२१ से उपर पहुँच चुकी है। इनमें से मुंबई में ४५ मरीज़ पाये गये हैं।

कोरोनावायरस को रोकने के लिए जारी किये गये लॉकडाऊन के कारण दिहाड़ी मज़दूरों के रोज़गार बन्द हो चुके हैं। उन्हें दो वक़्त की रोटी की चिन्ता सताने लगी है। इस पार्श्वभूमि पर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश के ग़रीब तथा निम्न मध्यमवर्ग को प्रति मनुष्य सात किलो धान्य सस्ते में उपलब्ध करा देने का निर्णय लिया है। राशन के माध्यम से दो रुपये किलो भाव से गेहूँ और तीन रुपये किलो भाव से चावल उपलब्ध करा दिये जानेवाले हैं। यह योजना तीन महीनों के लिए होगी और नागरिकों को तीन महीने का अनाज अग्रिम में दिया जायेगा। देश की ८० करोड़ जनता को इसका लाभ मिलेगा, ऐसी जानकारी केंद्रीय दूरसंचारमंत्री प्रकाश जावडेकर ने दी। इसके लिए एक लाख ८० हज़ार करोड़ रुपये खर्च होनेवाले होकर, यह दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य सुरक्षा योजना है, ऐसा उन्होंने कहा।

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