उत्तर कोरिया का मिसाइल कार्यक्रम बढ़ता खतरा है – अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन का इशारा

वॉशिंग्टन/टोकियो – उत्तर कोरिया के परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम बढ़ता खतरा होने का इशारा अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने दिया। बुधवार को उत्तर कोरिया ने हायपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण करने का ऐलान किया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ब्लिंकन ने यह इशारा दिया।

मिसाइल कार्यक्रमउत्तर कोरिया की वृत्तसंस्था ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार हायपरसोनिक मिसाइल ने ७०० किलोमीटर दूरी पर स्थित लक्ष्य को ध्वस्त करने की सफलता हासिल की। उत्तर कोरिया ने पिछले तीन दिनों में यह दूसरा मिसाइल परीक्षण किया हैं। बुधवार सुबह भी उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। हायपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण करने का यह दूसरा अवसर होने का दावा भी उत्तर कोरिया ने किया है। इससे पहले का परीक्षण पिछले वर्ष सितंबर में किया गया था।

बुधवार को किए गए हायपरसोनिक मिसाइल के परीक्षण की पहली जानकारी जापान के तटरक्षक बल ने साझा की थी। इसके बाद दक्षिण कोरिया के सूत्रों ने इसकी पुष्टी की। मात्र चार महीनों के दौरान दूसरी बार हायपरसोनिक परीक्षण करने की बात जापान और दक्षिण कोरिया के लिए खतरे के संकेत होने का दावा विश्‍लेषकों ने किया है। नए परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया ने पिछले १० महीनों में किए गए मिसाइल परीक्षणों की संख्या ११ हुई है।

एक के बाद एक किए जा रहे परीक्षण अमरीका के साथ दक्षिण कोरिया और जापान को इशारे देने की कोशिश का हिस्सा हैं। कुछ दिन पहले ही दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने शांतिवार्ता के लिए फिर से कोशिश करने का ऐलान किया था। लेकिन, इन कोशिशों को प्रतिसाद देने के बजाय एक के बाद एक मिसाइल परीक्षण करके उत्तर कोरिया ने अपनी नीति में बदलाव ना होने की बात दर्शाई है।

तीन वर्ष पहले अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की बैठक असफल रही थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच चर्चा पूरी तरह से बंद है। अमरीका ने कई बार चर्चा की तैयारी दर्शायी है, लेकिन इसके लिए उत्तर कोरिया की शर्तें स्वीकारने से इन्कार किया है। प्रतिबंध शिथिल करना और दक्षिण कोरिया से सेना को हटाने जैसी शर्तें उत्तर कोरिया ने रखी हैं। अमरीका ने शर्तें स्वीकारने से इन्कार करने के कारण उत्तर कोरिया ने फिर एक बाद अपना सामर्थ्य बढ़ाना शुरू किया है, यह बात इन नए परीक्षणों से स्पष्ट होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.