विदेशों में फ़ँसे भारतीयों को वापस लाने के लिए नौसेना और वायुसेना तैयार

नई दिल्ली – कोरोना वायरस की महामारी के कारण अलग-अलग देशों में फँसे भारतीयों को स्वदेश लाने की गतिविधियाँ शुरू हुई हैं। इसके अनुसार भारतीय नौसेना ‘ऑपरेशन समुद्र सेतु’ और भारतीय वायुसेना ‘वंदे भारत’ मुहिम के तहत ७ से १३ मई के दौरान, विदेशों में फँसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश ला रहे हैं। इसके लिए भारतीय नौसेना के तीन युद्धपोत सोमवार की रात मालदीव एवं दुबई पहुँचने के लिए निकल पड़े हैं।

इस ऑपरेशन के लिए नौसेना के मुंबई स्थित अड्डे से ‘आयएनएस ज़लाश्‍व’, ‘आयएनएस मग़र’ ये दो एम्फ़िबियस युद्धपोत मालदीव पहुँचने के लिए निकल चुके हैं। ये दोनों युद्धपोत ८ मई के दिन वापस मुंबई पहुँचने की उम्मीद है। इन युद्धपोतों के ज़रिये एक ही समय पर करीबन १ हज़ार लोगों को लाना संभव होगा।

मालदीव में स्थित भारतीय दूतावास, देश वापस भेज़े जा रहें इन भारतीयों की सूचि तैयार कर रहा है। इन भारतीय नागरिकों को वापस भेज़ने से पहले मालदीव की सरकार इन सभी लोगों की मेड़िकल जाँच करेग़ी। इन सभी लोगों के लिए ज़हाजों पर वैद्यकीय सुविधा एवं अन्य ज़रूरी प्रावधान किए गए हैं। इस दौरान दुबई से भारतीय लोगों को लाने के लिए ‘आयएनएस शार्दुल’ यह युद्धपोत भेजा गया है। ये तीनों युद्धपोत भारतीय नागरिकों को लेकर कोची बंदरगाह पहुँचेंगे। स्वदेश पहुँचे सभी लोगों की कोची में जाँच होगी और अगली कार्रवाई की जाएगी, यह जानकारी रक्षादल के प्रवक्ता ने साझा की।

कोरोना वायरस के कारण दुनिया के कई देश लॉकडाउन की स्थिति में हैं। इस वजह से हज़ारों भारतीय नागरिक इन देशों में फँसे पड़े हैं। इनमें से खाडी देशों में फँसे भारतीयों की संख्या काफ़ी ज़्यादा है। पिछले हफ़्ते में ही नौसेनाप्रमुख एड़मिरल करमबीर सिंग ने, विदेशों में फँसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने की तैयारी पूरी होने की बात कही थी।

वायुसेना ने भारतीय लोगों को स्वदेश लाने के लिए करीबन ६४ विमान तैयार रख़े हैं। इनके ज़रिए १४.८०० भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया ज़ायेगा। इनमें से दो विमान ७ मई को संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) के लिए उड़ान भरेंगे। एक विमान अबुधाबी से भारतीय नागरिकों को लेकर कोची लौटेगा और दूसरा विमान दुबई से कोझिकोड पहुँचेगा। यह विमान उड़ान भरने से पहले, सभी यात्रियों की जाँच की ज़ायेगी और ज़िन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे, उन्हें ही यात्रा करने की अनुमति प्रदान होगी। साथ ही, इन सभी लोगों को यात्रा के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय और नागर विमान मंत्रालय ने ज़ारी की सभी सूचनाओं का कड़ा पालन करना अनिवार्य होगा।

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