भविष्य में कम से कम अवधी में जंग जीतने के लिये तीनों रक्षा बलों में ‘जॉइन्ट प्लैनिंग’ जरुरी – वायु सेना प्रमुख बी.एस.धनोआ

नई दिल्ली – भविष्य में युद्ध अत्यंत कम समय में जीतने के लिए लष्कर नौदल और वायुसेना को एकत्रित रूप से योजनाबद्ध प्रयत्न करने होंगे| इसलिए तीनों रक्षादल के संयुक्त नियोजन की संस्थागत रचना करना आवश्यक है, ऐसा वायुसेना प्रमुख बी.एस.धनोआ ने कहा है| तीनों रक्षा दल के सामर्थ्य इस की वजह से अधिक प्रभावी तौर पर इस्तेमाल हो सकेगा और उसका युद्ध में बहुत बड़ा लाभ मिलेगा, इसकी तरफ वायु सेना प्रमुख ने ध्यान केंद्रित किया है|

 पिछले कुछ महीनों से भारत को एक ही समय पर पाकिस्तान एवं चीन इन दो मोर्चों पर संघर्ष करना होगा, इसकी खुलेआम चर्चा रक्षा दल से की जा रही है| पाकिस्तान एवं चीन में विकसित हो रहे रक्षा विषयक सहयोग ध्यान में लेते हुए, भारत को पाकिस्तान एवं चीन इन के कुल मिलाकर लष्करी सामर्थ्य का विचार करके अपनी रक्षा सिद्धता करनी होगी, ऐसा सामरिक विश्लेषकों का कहना है| बल्कि यह दोनों पड़ोसी देश अपने रक्षा विशेष सहयोग भारत को सामने रखकर विकसित कर रहे है, यह सीधे आरोप विश्लेषकों से किया जा रहे हैं|

ऐसी परिस्थिति में भारत एक ही समय पर दो अग्रणीयों पर संघर्ष की तैयारी शुरू करते दिखाई दे रहा हैं| शस्त्रात्र एवं रक्षा साहित्य की खरीदारी तथा उसके अंतर्गत निर्माण को मिलनेवाली गति इसका दाखिला दे रही है| उस समय नए चुनौतियों का सामना करते समय देश को पारंपारिक दांवपेच एवं व्यूहरचना से अधिक कदम डालने होंगे, ऐसी चर्चा शुरू हुई है| वायु सेना प्रमुख ने पीटीआई को दिए मुलाकात में यह जानकारी देकर तीनों रक्षा दल के समन्वय एवं सहयोग के लिए इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड की स्थापना होना आवश्यक है, ऐसा कहा है|

भारतीय रक्षा दल के १७ स्वतंत्र कमांड होकर तीनों रक्षा दलों का एक संयुक्त कमांड अंडमान निकोबार बेट द्वीप पर निर्माण किया गया है| सन २००१ में उसकी स्थापना की गई थी| पर आने वाले समय में रक्षा विषयक चुनौतियों का विचार करते हुए रक्षा दल का सहयोग अधिक व्यापक करने के लिए ध्यान केंद्रित करना होगा, ऐसा दावा वायु सेना प्रमुख ने किया है|

रक्षा दल को एक दूसरों की क्षमता अधिक प्रभावी तौर पर उपयोग में लाई जाए तथा भविष्य में युद्ध कम समय में जितना संभव हो सकता है, ऐसा वायु सेना प्रमुख धनोआ ने स्पष्ट किया है|

कोई भी रक्षा दल अकेले अपने बल पर युद्ध नहीं जीत सकता, यह बात ध्यान में लेनी चाहिए तथा रक्षा दल के योजनाबद्ध सहयोग की एवं यह सहयोग बनाने की अनिवार्यता स्पष्ट होगी, यह दावा वायु सेना प्रमुख ने किया है| रक्षा दल में इस प्रकार के विचार व्यक्त किए जा रहे हैं| अमरिका तथा अन्य विकसित पाश्चात्य देशों के रक्षा दल की रचना इस रूप से होने की जानकारी वायु सेना प्रमुख धनोआ ने दी है|

२ वर्षों पहले चीन ने भी अपने रक्षा दल की पुनर्रचना का निर्णय लिया था एवं फिलहाल चीन के रक्षा दल की पांच थिएटर कमांडस् है, इसकी तरफ वायु सेना प्रमुख ने ध्यान केंद्रित किया है|

सुरक्षा के लिए संपूर्ण देश का एक ही समय पर विचार करना होगा अथवा पाकिस्तान एवं चीन के लिए रक्षा दल के संयुक्त कमांड हो इस पर विचार प्रस्तुत किए जा रहे हैं, ऐसी जानकारी इस निमित्त से वायु सेना प्रमुख ने दी है|

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