सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने पर होगी कानूनी कार्रवाई – सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर

नई दिल्ली – सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार एवं द्वेष फैलानेवालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है, यह जानकारी सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने साझा की है। पिछले कुछ दिनों से देश विरोधी दुष्प्रचार एवं द्वेष फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर कुछ लोग सक्रिया होने की बात स्पष्ट हुई थी और इनमें से कुछ अकाऊंटस्‌ पाकिस्तान के होने की बात भी भारतीय माध्यमों ने सामने लायी थी।

सोशल मीडिया पर दुष्प्रचारपाकिस्तान और चीन ने भारत के खिलाफ प्रचार युद्ध शुरू करने की बात स्पष्ट हुई है। इसके अनुसार दोनों देश भारत के खिलाफ विपर्यास करनेवाली एवं गलत जानकारी फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने में जुटे होने की बात भी स्पष्ट हुई है। इस दुष्प्रचार को जवाब देने के साथ ही इन देशविरोधि हरकतों को रोकना आवश्‍यक होने का अहसास सुरक्षा एवं जांच यंत्रणाओं को हुआ था। दुष्प्रचार का इस्तेमाल करके समाज में अलगाव एवं विद्वेष बढ़ाने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों के सोशल मीडिया अकाऊंटस्‌ बंद करने का निर्णय सरकार ने किया था।

सोशल मीडिया के अलग अलग प्लैटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके भारत के खिलाफ विद्वेष फैला रहे और दुष्प्रचार कर रहे तकरीबन ७८ अकाऊंट होर्ल्डर्स की सूचि सरकार ने तैयार की है। उनके खिलाफ जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी, यह जानकारी सूत्रों ने दी है। सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी यह कार्रवाई जल्द ही की जाएगी, ऐसा कहा है।

इसी बीच, २०२० में लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुए संघर्ष के बाद चीन ने झूठ फैलाने के लिए भारत के सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया था। चीन में सोशल मीडिया क्षेत्र की विदेशी कंपनियों पर पाबंदी है। लेकिन, अन्य देशों में सोशल मीडिया को प्राप्त स्वतंत्रता का चीन अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रहा है, यह बात इस वजह से सामने आयी थी। इसके ज़रिये चीन भारत के खिलाफ प्रचार युद्ध ही शुरू करने में जुटा होने की बात स्पष्ट हुई थी। पाकिस्तान भी भारत के खिलाफ द्वेष पूर्ण प्रचार और अलगाव निर्माण करनेवाली झूठी जानकारी फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने में जुटा होने की बात सामने आयी थी।

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