लेबनान ‘हिजबुल्लाह’ या ‘आजादी’ से एक का चुनाव करे – अमरिकी विदेश मंत्री का इशारा

Third World Warबैरूत: ‘लेबनान और लेबनान की जनता के सामने अब विकल्प का चुनाव करने का समय आ गया है| वह डटकर आजाद एवं स्वाभिमानी राष्ट्र के तौर पर आगे बढते रहेंगे, या नही तो ईरान और हिजबुल्ला की महत्वाकांक्षा आपका भविष्य तय करेगी’, इन पुख्ता शब्दों में अमरिकी विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ ने लेबनान को कडी चेतावनी दी है| पोम्पिओ फिलहाल खाडी देशों की यात्रा कर रहे है और शुक्रवार के दिन उन्होंने लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष, प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री से भेंट की|

ईरान, अमरिका, नए प्रतिबंध, घोषणा, माईक पोम्पिओ, संयुक्त राष्ट्रसंघलेबनान की हुकूमत में ‘हिजबुल्लाह’ सियासी दल के तौर पर सक्रिय है| लेबनान में हिजबुल्लाह अपने प्रभाव का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए कर रही है और इसके लिए ईरान और सीरिया का पुख्ता समर्थन प्राप्त हो रहा है| सीरिया में ‘आईएस’ के विरोध में शुरू संघर्ष में भी ‘हिजबुल्लाह’ ईरान के गठबंधन में शामिल हुआ था| इसी पृष्ठभूमि पर अमरिका, इस्रायल और सौदी अरब ने ‘हिजबुल्लाह’ के विरोध में आक्रामक मुहीम छेड रखी है और यूरोपिय देश भी अब कदम उठा रहे है|

पिछले वर्ष इस्रायल के राष्ट्राध्यक्ष ‘र्‍यूवेन रिव्हलिन’ इन्होंने लेबनान का विनाश निश्‍चित है और इसके लिए सिर्फ हिजबुल्लाह यही एक कारण रहेगा, ऐसी कडी चेतावनी दी थी| साथ ही ‘हिजबुल्लाह’ ईरान का अजेंडा आगे ले जाने की कोशिश ना करे, यह चेतावनी भी उन्होंने दी थी| पिछले महीने में ब्रिटेन ने हिजबुल्लाह के सियासी गुट का समावेश आतंकी संगठनों की सुचि में करने का ऐलान किया था| इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी विदेश मंत्री का वक्तव्य ध्यान आकर्षित कर रहा है|

पोम्पिओ इन्होंने शुक्रवार के दिन लेबनान के प्रधानमंत्री साद अल हरिरी, राष्ट्राध्यक्ष मायकल एऑन और विदेश मंत्री गेब्रान बासिल इनकी भेंट की| इस भेंट के बाद प्रसार माध्यमों के साथ हुई बातचीत के दौरान अमरिकी विदेश मंत्री ने लेबनान को ‘हिजबुल्लाह’ के मुद्दे पर चेतावनी दी| इसी बीच लेबनान ने ‘हिजबुल्लाह’ का आतंकवाद एवं धमकियों के विरोध में आवाज उठाने का साहस दिखाना होगा, यह निवेदन भी उन्होंने किया| लेकिन, लेबनान के विदेश मंत्री ने अमरिकी विदेश मंत्री ने दिया इशारा ठुकराया है और हिजबुल्लाह सत्तारूढ गठबंधन का हिस्सा होने की बात कहकर उनके विरोध में कार्रवाई करने की मांग भी ठुकराई है|

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