स्वदेशी ‘एलसीएच’ का रक्षा बलों में समावेश होगा

बंगळुरू: स्वदेशी निर्माण के ‘लाईट कॉम्बैट हेलिकाप्टर’ (एलसीएच) का भारतीय वायु सेना और लष्कर के बेडे में समावेश करने की राह खुली हुई है| ‘हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स’ (हल) ने निर्माण किए ‘एलसीएच’ से हवा से हवा में हमला करनेवाले मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया| हेलिकाप्टर से हवा में मारा करनेवाले मिसाइल का यह देश में पहली बार परीक्षण किया गया| इसके साथ ही ‘एलसीएच’ से सभी हथियारों का परीक्षण पूरे हुए है और भारतीय निर्माण का यह लडाकू हेलिकाप्टर रक्षा बलों के बेडे में शामिल होने के लिए तैयार हुआ है|

स्वदेशी, एलसीएच, रक्षा बलों, समावेश, होगा, बंगळुरू, सफल परीक्षणपिछले कुछ वर्षों से इस हेलिकाप्टर के अलग अलग परीक्षण शुरू थे| हाल ही में इस हेलिकाप्टर की मिसाइल हमला करने की क्षमता की जांच की गई| ओडिशा में चांदिपूर इंटिग्रेटेड रेंज पर यह परीक्षण किया गया| इस दौरान ‘एलसीएच’ पर बिठाया गया ‘मिस्त्रल-२’ यह हवा से हवा में हमला करने के लिए बनाया गया मिसाइल छोडा गया| यह परीक्षण के दौरान इस मिसाइल ने हवा में तय लक्ष्य पर सही निशाना किया|

‘एलसीएच’ हेलिकाप्टर का भारतीय रक्षा बलों के बेडे में समावेश करने से पहले किया गया यह परीक्षण यानी अहम स्तर साबित होता है| यह परीक्षण सफल होने से इस हेलिकाप्टर का वायु सेना और लष्कर के बेडे में शामिल होने का रास्ता खुला है|

यह हेलिकाप्टर सियाचीन जैसे ज्यादा उंचाई पर हमला करने की क्षमता रखनेवाला विश्‍व में एक ही हेलिकाप्टर है| किसी भी वातावरण में यह हेलिकाप्टर काम कर सकता है| हेलिकाप्टर पर ‘मिस्ट्रल-२’ मिसाइल के अलावा ‘२० एमएम टुरेट गन’ और ‘७० एमएम राकेट’ तैनात रहेंगे| पिछल वर्ष इन गन का किया गया परीक्षण भी सफल हुआ था|

‘एलसीएच’ पर तैनात किया गया ‘मिस्ट्रल-२’ मिसाइल गतिमान लक्ष्य भी नष्ट कर सकता है| साथ ही यह हेलिकाप्टर बिना मोडे कोई भी लक्ष्य नष्ट करने की काबिलियत भी रखता है, यह ‘हल’ की ओर से बताया गया|

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