उत्तर कोरिया के मिसाइल हमलों से धी अधिक चीन के ‘बीआरआई’ से जापान को बडा खतरा – जापान के लष्करी श्वेतपत्रिका में दर्ज जानकारी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरटोकियो: चीन की महत्वाकांक्षी ‘बेल्ट ऍण्ड रोड इनिशिएटिव्ह’ (बीआरआई) परियोजना जापान की सुरक्षा के लिए अधिक खतरनाक साबित होगी| ‘बीआरआई’ के जरिए चीन हिंद महासागर और पैसिफिक महासागर में अपनी लष्करी गतिविधियों में बढोतरी कर सकता है| ऐसा हुआ तो अगले समय में उत्तर कोरिया के मिसाइल हमलों से भी चीन की इस परियोजना से अधिक क्षेत्रीय तनाव बनेगा और इससे जापान की सुरक्षा के लिए बनते खतरों में बढोतरी होगी, यह इशारा जापान के लष्करी श्‍वेतपत्रिका में दिया गया है|

‘‘चीन अपनी रक्षा के लिए काफी खर्च कर रहा है| जापान के निकट ‘वेस्टर्न पैसिफिक सी’ और ‘सी ऑफ जापान’ में चीन के लडाकू विमानों की एवं युद्धपोतों की तैनाती होना भी जापान की सुरक्षा के लिए खतरनाक है’’, ऐसा जापान के रक्षामंत्री तारो कानो ने कहा है| लेकिन, चीन की लष्करी ताकद में हो रही बढोतरी के साथ इस देश की ‘बीआरआई’ परियोजना भी सामरिक नजरिए से खतरनाक होने का इशारा जापान के रक्षाविषयक श्‍वेतपत्रिका में दिया गया है| जापान के रक्षाविषयक श्‍वेतपत्रिका में पहली बार चीन से बने खतरे का मुद्दा रेखांकित करके उसके बाद उत्तर कोरिया और रशिया से बने खतरों को स्थान दिया गया है|

‘बेल्ट ऍण्ड रोड इनिशिएटिव्ह’ यानी ‘बीआरआई’ परियोजना के तहेत चीन ने रशिया, एशिया एवं अफ्रीकी देशों समेत सीधे यूरोप से जुडने के लिए बडी परियोजना पर काम करना शुरू किया है| यूरोपिय देशों तक रस्ते एवं रेल मार्ग का निर्माण करके व्यापारी सहयोग बढाने की कोशिश कर रहे है, यह दावा चीन करता रहा है| लेकिन, ‘बीआरआई’ का इस्तेमाल करके चीन ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी’ के सैनिक हिंद महासागर और पैसिफिक महासागर में तैनात करेगा| चीन की इस तैनाती की वजह से संबंधित क्षेत्र के देशों की सुरक्षा के लिए खतरा बनेगा|

‘इस लष्करी तैनाती की सहायता से चीन आक्रामकता के साथ संबंधित क्षेत्र की स्थिति में बदलाव करने की कोशिश करेगा| चीन की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था से असंगत होगी और इससे क्षेत्रीय तनाव निर्माण होगा एवं जापान की सुरक्षा के लिए बडा खतरा भी निर्माण होगा’, यह दावा जापान के इस रक्षा संबंधित श्‍वेतपत्रिका में किया गया है|

गौरतलब है की, इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंझो एबे ने चीन की बढती लष्करी गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की थी| लेकिन, चीन की ‘बीआरआई’ परियोजना भी सामरिक दृष्टी से खतरनाक होने की बात कहकर जापान ने संबंधित देशों को सतर्क किया दिखाई दे रहा है|

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