संयुक्त राष्ट्रसंघ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारतद्वेष में उगला जहर

संयुक्त राष्ट्रसंघ: ‘जम्मू-कश्मीर में होता तो मैने भी बंदूक उठाई होती’, यह कहकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा में आतंकवाद का पुख्ता समर्थन किया| उनके इस गैरजिम्मेदाराना वक्तव्य की गुंज आगे सुनाई देगी और इस पर भारत की कडी प्रतिक्रिया दर्ज होने की उम्मीद है| भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर में घरों घरों में घुंसकर अत्याचार कर रही है, यह बेतुके आरोप भी इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने किए|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में किए अपने भाषण में भारत ने दुनिया को युद्ध नही, बल्कि विश्‍वशांति का संदेश देनेवाला बुद्ध दिया है, यह याद दिलाई| भारतीय संस्कृति हजारों वर्षों से पूरे विश्‍व को ही अपना समझती रही है| इसी लिए पूरी मानवता का चुनौती देनेवाले आतंकवाद के विरोध में भारत ने हमेशा कडी भूमिका अपनाई और यह सिर्फ एक देश तक सीमित प्रश्‍न नही है, बल्कि पूरी दुनिया ने इसके विरोध में एकता करनी होगी, यह निवेदन प्रधानमंत्री मोदी ने किया| भारत के प्रधानमंत्री ने यह सकारात्मक संदेश दिया था, तभी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के विरोध में जहर उगला|

भारत की जनतांत्रिक सरकार द्वेष की विचारधारा रखनेवाली है, यह आरोप करके इम्रान खान ने यह आलोचना की है की, उसी विचारधारा की भूमिका में भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देनेवाली धारा ३७० हटाई है| भारतीय सैनिक जम्मू-कश्मीर के घरों घरों में घुसकर अत्याचार कर रहे है, ऐसे बेताल आरोप इम्रान खान ने किए| जम्मू-कश्मीर में पिछले ५५ दिनों से कर्फ्यू लगाया गया है और हमपर ऐसी स्थिति में रहने की नौबत आती तो हम भी बंदूक उठाते, ऐसा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा|

आतंकवाद का सिधे शब्दों में किया यह समर्थन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को काफी महंगा गिरेगा, यह दिखाई दे रहा है| साथ ही भारत में फिर से पुलवामा जैसा आतंकी हमला हुआ तो इसके लिए पाकिस्तान को ही जिम्मेदार समझा जाएगा| लेकिन, उस हमले की जिम्मेदारी भारत की होगी, यह कहकर इम्रान खान ने ऐसे हमलों के लिए उकसाने की कोशिश की है| इस वजह से पाकिस्तान आतंकवाद के समर्थन में खडा है, इस विषय पर लगाए जा रहे आरोप इम्रान खान ने सिद्ध किए दिखाई दे रहे है| इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान परमाणु हथियार रखनेवाले देश है और दो परमाणु देशों के युद्ध का परिणाम पूरी दुनिया को भुगतने होंगे, यह धमकी इम्रान खान ने दी है|

परमाणु हथियार रखनेवाले देशों के नेता को जरूरी होनेवाली समझ अपनेपास नही है, यही बात साबित करने की कोशिश इम्रान खान अपने बचकाने वक्तव्य के साथ करते दिखाई दिए| कश्मीर मुद्दे की ओर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्होंने किए यह भडकाउ विधान अगले समय में पाकिस्तान को ही मुश्किलों में फंसाने के लिए कारण बन सकती है| इस वजह से पाकिस्तान यह एक गैरजिम्मेदार और बेताल देश है और इस देश की वजह से जागतिक स्थिरता और शांति के लिए खतरा बन रहा है, यह भारत ने रखे आरोप नए से साबित हुए है|

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