ताइवान की सुरक्षा के लिए जापान इशिगाकी द्विप पर मिसाइल तैनात करेगा

टोकियो/ताइपे/बीजिंग – जापान के रक्षामंत्री नोबुलो किशी ने इशिगाकी आयलैण्ड पर मिसाइल तैनात करने के संकेत दिए हैं। मिसाइलों के साथ करीबन ६०० सैनिकों की भी तैनाती होगी। साथ ही योनागुनी द्विप पर ‘इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर युनिट’ भी तैनात की जाएगी और रक्षामंत्री किशी ने कुछ महीने पहले ही इस द्विप की यात्रा की थी। इशिगाकी और योनागुनी दोनों द्विप ताइवान के करीब हैं और जापान की यह नई तैनाती ताइवान की सुरक्षा के लिए होने की बात समझी जा रही है।

जापान के रक्षा मंत्रालय ने बीते महीने देश के सामने खड़ी सुरक्षा संबंधी चुनौतियाँ और रक्षा तैयारी का बयान करनेवाला ‘व्हाईट पेपर’ जारी किया था। इसमें ताइवान की सुरक्षा और स्थिरता का मुद्दा प्रमुखता से रखा गया था। ‘ताइवान की सुरक्षा को चुनौती दे रही चीन की गतिविधियाँ खतरनाक हैं और इस क्षेत्र में स्थिरता निर्माण करना जापान की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय स्थिरता के लिए आवश्‍यक है’, इन शब्दों में जापान के रक्षा मंत्रालय ने ताइवान की सुरक्षा की अहमियत स्पष्ट की थी।

taiwan-japan-ishigaki-islandजापान के सत्ताधारी नेतृत्व ने बीते कुछ महीनों में ताइवान की सुरक्षा का मुद्दा लगातार उठाया है। कुछ महीने पहले जापान ने ताइवान की सुरक्षा के मुद्दे पर अमरीका के साथ स्वतंत्र लष्करी युद्धाभ्यास करने की खबर भी प्रसिद्ध हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर जापान के रक्षामंत्री ने ताइवान के करीबी क्षेत्र में जापानी मिसाइल एवं प्रगत रक्षा यंत्रणा तैनात करने के संकेत देना अहमियत रखता है।

जापान के निक्केई नामक वेबसाईट ने जारी किए वृत्त के अनुसार इशिगाकी आयलैण्ड ताइवान की सीमा से मात्र ३०० किलोमीटर दूरी पर है। इस आयलैण्ड पर ‘सरफेस टू एअर गाइडेड मिसाइल सिस्टम’ तैनात करने का बयान रक्षामंत्री किशी ने किया है। इन मिसाइलों के साथ ५०० से ६०० सैनिकों की भी तैनाती की जाएगी और मार्च २०२३ तक यह तैनाती पूरी होगी, ऐसा कहा जा रहा है। ज़मीन से जहाज़ पर हमला कर रही मिसाइलों की तैनाती करने पर भी सोचा जा रहा है, यह जानकारी जापान के सूत्रों ने प्रदान की।

इसके अलावा ताइवान से मात्र ११० किलोमीटर दूरी पर स्थित योनागुनी आयलैण्ड पर ‘इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर युनिट’ तैनात करने के संकेत भी दिए जा रहे हैं। अप्रैल में रक्षामंत्री किशी ने इस द्विप का दौरा किया था। इस द्विप से ताइवान की सीमा केवलाक्षि भी देखी जा सकती है, ऐसा कहा जा रहा है। चीन की ताइवान के करीबी क्षेत्र में जारी कार्रवाईयाँ और बढ़ रही रक्षा तैनाती का खतरा ध्यान में रखते हुए जापान ने दो द्विपों पर रक्षा तैनाती करने का निर्णय किया है, ऐसा कहा जा रहा है। यह तैनाती सुरक्षा के साथ ही ईस्ट चायना सी में स्थित जापान के ‘सेन्काकू आयलैण्ड’ के लिए भी अहम होगी, ऐसा जापानी अधिकारी कह रहे हैं।

ताइवान की सुरक्षा एवं स्थिरता के लिए कदम उठा रहे जापान ने इसके लिए राजनीतिक स्तर पर भी कोशिश शुरू की है। जापान के सत्तापक्ष ने ताइवान के सत्ताधारी पार्टी के साथ ‘टू प्लस टू’ बैठक करने की तैयारी शुरू की है। दोनों ओर के सूत्रों ने इसकी प्राथमिक तैयारी शुरू की है और यह बैठक अगले कुछ महीनों में हो सकती है, ऐसा कहा गया है। जापान से ताइवान को प्राप्त हो रहे इस समर्थन पर चीन की तीखी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है।

‘ताइवान का मसला चीन-जापान राजनीतिक संबंधों के लिए चिंता का विषय है। इससे जापान अपने शब्द और हरकतों के प्रति अधिक सावधानी बरते। ताइवान को लेकर कोई भी कदम उठाते समय इतिहास में जापान की हुकूमत ने चीनी जनता पर किए अत्याचारों को भूलने की गलती ना करें। जापान की जो हरकतें जारी हैं इस पर वह दोबारा सोचे। ताइवान की आज़ादी के लिए कोशिश कर रहे गुटों को गलत संदेश ना दे। चीन के अंदरुनि कारोबार में दखलअंदाज़ी करने की कोशिश भी ना करे’, यह इशारा चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने दिया है।

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