चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत का प्रचार करने वाली ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ की जापान द्वारा जाँच

Confucius-Institute-Japan-01-300x225

टोकिओ/बीजिंग – चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत का प्रचार करने वाली ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ की जाँच करने का फैसला जापान की सरकार ने किया है। जापान के शिक्षा मंत्री कोईची हगिउदा ने यह जानकारी दी। पिछले कुछ सालों में अमरीका तथा युरोपीय देशों ने चीन की हुकूमत का प्रचार करनेवाली ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ बंद करने का फैसला किया था। इस पृष्ठभूमि पर, जापान में ये संस्थाएँ अभी भी क्यों कार्यरत हैं, ऐसे सवाल संसद सदस्यों द्वारा उपस्थित किए गए थे।

चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुकूमत द्वारा उनकी विचारधारा का प्रचार और प्रसार करने के लिए अन्य देशों में मुहिम चलाई जाती है। प्रसार माध्यम एवं शिक्षा संस्थाओं के माध्यम से यह आक्रामक मुहिम चलाई जा रही होकर, ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ यह उसका अहम भाग माना जाता है। चीन की हुकूमत ने १६० से भी अधिक देशों में ५०० से अधिक ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूटस्’ का निर्माण किया है।

Confucius-Institute-Japanइन संस्थाओं के माध्यम से प्रचार और प्रसार के साथ ही, संबंधित देशों में निवास कर रहे चिनी छात्र तथा नागरिकों पर निगरानी की जाने के दावे सामने आए हैं। अमरीका में ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ के माध्यम से तंत्रज्ञान तथा बौद्धिक संपदा चुराने की कोशिशें होने की बात भी सामने आई है। इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका और युरोपीय देशों ने ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ के विरोध में मुहिम छेड़ी होकर, कई देशों में उसपर पाबंदी लगाने के संकेत दिए गए हैं।

इसी पृष्ठभूमि पर, पिछले कुछ दिनों से जापान की संसद में भी ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ का मुद्दा लगातार उपस्थित किया जा रहा था। पूर्व मंत्री हारुको अरिमुरा ने संसदीय समिति की बैठक में इस बारे में बात करते हुए, अन्य देशों में ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ सुरक्षा के लिए खतरा होने की रिपोर्ट्स सामने आ रहीं होने का दावा किया। उसी आधार पर, जापान में इन संस्थाओं के विरोध में कार्रवाई क्यों नहीं की गई, ऐसा सवाल अरिमुरा ने पूछा था।

Confucius-Institute-Japan-02-300x212संसद में मुद्दा उपस्थित होने के बाद जापान सरकार ने ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ का मामला गंभीरता से लिया होकर, जाँच करने के निर्देश दिए हैं। जापान में फिलहाल १४ ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ कार्यरत हैं, ऐसा बताया जाता है। जापान सरकार ने देश कीं विभिन्न युनिवर्सिटीज् से इस मामले में जानकारी मँगवाई है, ऐसा शिक्षा विभाग द्वारा बताया गया।

जापान और चीन के बीच के संबंध इन दिनों तनावपूर्ण होकर, उसके पीछे कोरोना की महामारी, सेन्काकू आयलंड इलाके में चीन द्वारा जारी हरकतें और ताइवान इन जैसे मुद्दों का समावेश है। ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ के मुद्दे पर जापान ने आक्रमक फैसला करने के कारण, इन दो देशों के संबंध और भी तनावपूर्ण होंगे, ऐसा दावा विश्लेषकों द्वारा किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.