पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हुए हमलों की पृष्ठभूमि पर चीन ने बढ़ाया पाकिस्तान पर दबाव

बीजिंग – आतंकियों पर कार्रवाई करने में देरी कर रहे पाकिस्तान को अमरीका ने लगातार ‘डू मोर’ की सूचनाएँ दी थी। लेकिन, अब पाकिस्तान अमरीका से ऐसी सूचनाओं का स्वीकार नहीं करेगा, यह दावे पाकिस्तान की सरकार कर रही है। इस पर अमरीका से इन्कार कर रहे पाकिस्तान को अब आतंकियों पर कार्रवाई करने के लिए करीबी मित्रदेश चीन से ही ‘डू मोर’ की धमकियाँ मिल रही हैं। बलोचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह में हुए विस्फोट से चीनी कर्मचारी घायल होने के बाद चीन ने इस मामले में पाकिस्तान को एक बार फिर से इशारा दिया है। इसी बीच पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी और ‘आयएसआय’ प्रमुख फैज़ हमीद के कान चीन के दूतावास ने खींचने का वृत्त है।

चीन और पाकिस्तान के ‘सीपीईसी’ प्रकल्प में बलोचिस्तान प्रांत में काफी बड़ा निवेश हुआ है। बलोचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह पर चीन ने कब्ज़ा किया होने की बात कही जा रही है। लेकिन, इस पर बलोच जनता का अधिकार है, पाकिस्तान का नहीं, ऐसा इशारा विद्रोही बलोच के संगठन दे रहे हैं। इन संगठनों ने चीन को बलोचिस्तान के निवेश पर सख्त चेतावनी दी थी। लेकिन, चीन ने इसे नजरअंदाज किया। इसके बाद बलोच संगठनों ने चीन के प्रकल्प एवं चीनी नागरिकों पर हमले शुरू किए था। शुक्रवार के दिन ग्वादर के ‘ईस्ट बे एक्सप्रेस वे’ प्रकल्प में आत्मघाती हमला हुआ।

एक मोटर सायकल सवार ने चीनी कामगारों की गाड़ी से टकराकर आत्मघाती विस्फोट किया। इस घटना में पुख्ता कितना नुकसान हुआ इसकी विरोधी जानकारी प्रसिद्ध हुए है। इनमें छह से नौं चीनी इंजिनिअर्स की मौत होने की खबरें सोशल मीडिया पर देखी गई थीं। लेकिन, पाकिस्तान ने अधिकृत स्तर पर जानकारी साझा करते समय यह कहा कि, इस घटना में तीन की मौत हुई और इनमें दो बच्चों का समावेश था। साथ ही चीनी कर्मचारी घायल हुए हैं, यह दावा पाकिस्तान ने किया। लेकिन, इस हमले पर चीन की प्रतिक्रिया देखें तो पाकिस्तान ने साझा की हुई जानकारी गुमराह करनेवाली दिखती है।

पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति भयंकर बनी है, ऐसी आलोचना चीन के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाईम्स ने की है। साथ ही पाकिस्तान को सुरक्षा व्यवस्था अधिक मज़बूत करनी चाहिए और चीन के नागरिकों को अधिक सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए, यह इशारा भी इस अखबार ने दिया है। तभी चीन ने अधिकृत स्तर पर पाकिस्तान से इस मामले में सवाल नहीं किया है, फिर भी चीन के दूतावास ने पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी और आयएसआय प्रमुख फैज़ हमीद को कड़ा संदेश देने की खबरें प्राप्त हुई हैं।

अगले दिनों में पाकिस्तान में चीन के हितों पर ऐसे हमले जारी रहेंगे, ऐसा बलोच संगठन खुलेआम कह रहे हैं। इन हमलों को रोका नहीं गया तो चीन पाकिस्तान में अपनी सेना और मिसाइल तैनात करेगा, यह इशारा चीन ने दिया है। अफ़गानिस्तान तालिबान के कब्ज़े में जाने के बाद पाकिस्तान के आतंकी संगठन चीन के प्रकल्पों पर हमले करने की संभावना अधिक बढ़ने का दावा किया जा रहा है। इस वजह से किसी समय अमरीका की ‘डू मोर’ सूचना सुनते रहे पाकिस्तान पर अब चीन का भी ऐसा ही दबाव पड़ता दिख रहा है।

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