मोसाद ने ईरान पर सैन्य हमला करने की तैयारी की है – इस्रायली गुप्तचर विभाग के प्रमुख की चेतावनी

जेरसलम – ‘अमरीका और ईरान का नया परमाणु समझौता इस्रायल को ईरान के खिलाफ कार्रवाई करने से रोक नहीं सकता। क्योंकि, ईरान के खिलाफ अभी कार्रवाई नहीं की गई तो इस्रायल के लिए खतरा अधिक बढ़ेगा। इसी कारण इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ ने ईरान पर सैन्य हमला करने की तैयारी की है’, ऐसी सख्त चेतावनी मोसाद के प्रमुख डेविड बार्नी ने दी। उनकी इस चेतावनी की वजह से खाड़ी क्षेत्र का माहौल विस्फोटक होता देखा जा रहा है क्योंकि, इससे पहले मोसाद ने ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर ऐसे जोरदार हमले किए थे कि, किसी को कल्पना भी नहीं हो सकेगी। इनमें से कुछ हमलों की जानकारी हासिल करने में भी ईरान को काफी समय लगा था।

अमरीका और ईरान का परमाणु समझौता आखरी चरण में है और अगले कुछ दिनों में इस परमाणु समझौते का ऐलान भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में मोसाद के प्रमुख ईरान समेत अमरीका को भी चेतावनी देते दिख रहे हैं। इससे पहले इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख लेफ्टनंट जनरल अविव कोशा ने अपनी सेना को ईरान के प्रमुख ठिकानों पर हमले के लिए तैयार रहने के आदेश दिए थे। साथ ही इस हमले का प्लैन तैयार है और इस्रायल के नेतृत्व का इशारा प्राप्त होने बाद कार्रवाई की जाएगी, ऐसा कोशावनी ने घोषित किया था। लेकिन, मोसाद के प्रमुख बार्नी ने यह इशारा देने के लिए चुना हुआ समय अहमियत रखता है।

दो दिन पहले इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्झ अमरीका के दौरे पर पहुँचे हैं। इसी बीच मोसाद के प्रमुख ने इस्रायली प्रधानमंत्री येर लैपिड के साथ लंबी बैठक की थी। इसके कुछ ही घंटे बाद मोसाद के प्रमुख ने अमरीका और ईरान का परमाणु समझौता सफल हुआ तो इससे इस्रायल को होनेवाले खतरे को लेकर जाहीर चेतावनी दी। इस परमाणु समझौते की शर्ते ईरान को परमाणु बम बनाने के लिए आवश्‍यक सामान पाने के लिए परवाना साबित होंगी और स समझौते की वजह से ईरान के लिए अरबों डॉलर्स की सहायता खुली हो जाएगी, ऐसा दावा बार्नी ने किया।

ऐसा हुआ तो परमाणु बम बनाने के लिए ईरान को कुछ साल लगेंगे। लेकिन, इसके अलावा अरबों डॉलर्स की सहायता मिलने से ईरान और इस क्षेत्र की ईरान से जुडे आतंकी संगठन अधिक प्रबल हो जाएंगी, ऐसी चेतावनी मोसाद के प्रमुख ने दी। साथ ही ऐसे किसी भी परमाणु समझौते पर इस्रायल ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। साथ ही इस्रायल को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है, इसकी याद भी बार्नी ने करायी। इस वजह से ईरान का खतरा बढ़ने की स्थिति में इस्रायल शांत नहीं बैठेगा, इस खतरे को कैसे दूर करना है, यह मोसाद को ज्ञात है और मोसाद इसी की तैयारी कर रही है, ऐसा सूचक बयान बार्नी ने किया।

इसी बीच, मोसाद ने इससे पहले भी ईरान के परमाणु प्रकल्प एवं मिसाइल निर्माण से संबंधित हज़ारों दस्तावेज़, सीडी, फोटो और वीडियोज्‌ बरामद किए थे। मोसाद के पूर्व प्रमुख योसी कोहेन ने ईरान में घुसकर स्थानीय एजेंटस्‌ की सहायता से इस कारनामे को अंजाम दिया था, ऐसी खबरें भी प्रसिद्ध हुईं थी। तभी, सुरक्षा रक्षकों के घेरे में यात्रा कर रहे ईरान के परमाणु कार्यक्रम के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहसिन फखरीज़झाद की राजधानी तेहरान में हत्या हुई थी। इसके लिए भी ईरान ने मोसाद पर आरोप लगाए थे। ईरान के नातांज़ में स्थित अति सुरक्षित सुरंग में बने परमाणु प्रकल्प में सेंट्रीफ्यूजेस के नीचे लगाएँ मार्बल्स में विस्फोटक लगाकर धमाका करने का काम भी मोसादे सफल किया, ऐसें दावे किए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में मोसाद के प्रमुख ने ईरान पर सैन्य कार्रवाई करने की तैयारी पूरी होने का ऐलान करना पुरे विश्‍व का ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।

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