अफ़गानिस्तान में स्थित चीनी गेस्ट हाऊस पर ‘आयएस’ का आतंकी हमला – ३ की मौत, २१ घायल

काबुल – ‘इस्लामिक स्टेट इन खोरासान प्रोविन्स’ (आयएसकेपी) ने अफ़गानिस्तान की राजधानी काबुल में आथंकी हमला किया। चीनी अधिकारियों की मौजुदगी होने वाले गेस्ट हाऊस पर हुए इस हमले में ३ लोग मारे गए हैं और २१ घायल हुए हैं। घायलों में चीनी नागरिकों का समावेश होने का दावा किया जा रहा हैं। काबुल में पाकिस्तानी दूतावास को भी आतंकियों ने पीछले हफ्ते ही लक्ष्य किया था। इसी बीच अफ़गानिस्तान में अबतक तालिबान और अल्पसंख्यांकों को लक्ष्य करती रही ‘आयएस’ ने सीधे चीन के नागरिकों को लक्ष्य करके अलग ही इशारा किया है।

चीनी गेस्ट हाऊसकाबुल के ‘शहर ए नाव’ नामक कारोबारी क्षेत्र के ‘काबुल लोंगान होटल’ नामक बहुमंजीला इमारत चीन के गेस्ट हाउस के तौरपर जानी जाती है। चीन के राजनीतिक अधिकारी और कारोबारी चर्चा के लिए अफ़गानिस्तान आनेवाले चीनी उद्यमी इसी गेस्ट हाउस में रुकते हैं। तालिबान ने अफ़गानिस्तान में सत्ता स्थापित करने के बाद पीछले साल से चीनी अधिकारियों की इस गेस्ट हाऊस में आवाजाह बढ़ी थी, यह दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे हैं।

लेकिन, चौबीस घंटे पहले ही काबुल के चीनी दूतावास के राजनीतिक अधिकारियों ने तालिबान के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। अफ़गानिस्तान में मौजूद चीनी अधिकारी और कर्मचारियों की तालिबान सुरक्षा बढ़ाए, यह मांग चीन ने की थी, यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसके बाद चीनी अधिकारी और तालिबानियों की मुलाकात का फोटो भी सामने आया था। लेकिन, तालिबान ने चीन को कौन सा आश्वासन दिया, इसका ब्यौरा सामने आया नहीं है। चीन ने भी इस मुलाकात को प्रसिद्ध देना टाल दिया था।

चीनी गेस्ट हाऊसऐसे में सोमवार को ‘काबुल लोंगान होटल’ में आतंकियों ने हमला किया। चीनी अधिकारी और नागरीक होटल में थे तभी आतंकियों ने मुख्य प्रवेशद्वार के करीब बड़ा विस्फोट किया। बाद में आतंकियों ने होटल में छुपे विदेशी नागरिकों को लक्ष्य करना शुरू किया था, यह जानकारी भी सामने आयी थी। साल २००८ में मुंबई पर हुए २६/११ के आतंकी हमले की वारदात काबुल में दोहराई गयी, ऐसें दावे कुछ माध्यमों ने किए थे।

इसके बाद इस गेस्ट हाऊस के हमले में ७ चीनी नागरिक और ११ तालिबानी मारे जाने की चर्चा शुरू हुई थी। लेकिन, तालिबान का प्रवक्ता मुजाहिद ने अफ़गान माध्यमों से साझा की हुई जानकारी में यह कहा कि, काबुल लोंगान होटल में हमला करने वाले आयएस के तीनों आतंकी मारे गए हैं। साथ ही इस हमले में २१ के घायल होने की जानकारी भी मुजाहिद ने साझा की। इन घायलों में से २ चीनी नागरिक होने का दावा घायलों का इलाज़ कर रहें करीबी अस्पताल ने किया है।

तालिबान ने अफ़गानिस्तान में सत्ता स्थापित करने के बाद वहां पर आयएस के आतंकी हमलों की संख्या बढ़ी हैं। अफ़गानिस्तान के हज़ारा अल्पसंख्यांक एवं तालिबानी नेताओं पर आयएस ने हमले किए हैं। तालिबान के अंदरुनि सुरक्षा मुख्यालय को भी आयएस ने लक्ष्य किया था। लेकिन, पिछले हफ्ते आयएस के आतंकियों ने काबुल में पाकिस्तानी दूतावास पर हमला किया। पाकिस्तान के राजदूत इस हमले में बाल बाल बचे थे। इसे सात दिन भी नहीं हो रहे हैं और आयएस के आतंकियों ने चीनी अधिकारियों को लक्ष्य किया हैं।

इसी बीच पाकिस्तान में चीन की परियोजनाओं पर भी आतंकी हमले होने की शिकायत चीन कर रहा हैं। इन आथंकी हमलों की वजह से पाकिस्तान में ‘चायना-पाकिस्तान इखॉनॉमिक कॉरिडोर’ का काम ठप हुआ हैं औड़ चीन की सरकार पाकिस्तान पर अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए दबाव बढ़ा रही हैं। ऐसी स्थिति में अफ़गानिस्तान में चीन ने किए निवेश को भी खतरा होने की बात काबुल हमले से दिख रही हैं।

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