इराक में ईरान से जुडे गुटों ने इराकी राष्ट्राध्यक्ष को दी युद्ध की धमकी

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बगदाद – इराक की राजनीति में प्रभावी हो रहे ईरान से संबंधित कातेब हिजबुल्लाह गुट ने इराक के राष्ट्राध्यक्ष बरहाम सालिह को युद्ध की धमकी दी है| ‘राष्ट्राध्यक्ष सालिह ने गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख मुस्तफा अल कझिमी को देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया तो इराक में युद्ध शुरू होगा’, यह इशारा ईरान से संबंधित इस इराकी गुट ने दिया है| ईरान के वरिष्ठ कमांडर कासेम सुलेमानी की हत्या करने की साजिश में कझिमी शामिल होने का आरोप इस ईरान से जुडे गुट ने किया है|

पीछले हफ्ते में इराक की संसद ने चयन किए हुए प्रधानमंत्री तौफिक मोहम्मद अलावी ने अपने पद का इस्तीफा दिया| राष्ट्राध्यक्ष सालिह ने तय किए समय में ईराक में सरकार गठित करने में नाकाम होने से अलावी को इस्तीफा देना पडा था| लेबनान की हिजबुल्लाह और इराक में स्थित ईरान से जुडे कतैब हिजबुल्लाह संगठन के बडे समर्थक रहे अलावी ने इस्तीफा देने से इराकी जनता ने बडे जोरों से स्वागत किया|

तभी इराक में स्थित ईरान से जुडे नेता, गुट और हथियारी संगठनों ने इसपर नाराजगी व्यक्त करके राष्ट्राध्यक्ष सालिह पर इस के लिए जिम्मेदार होने का आरोप रखा था| राष्ट्राध्यक्ष सालिब इराक में गुप्तचर यंत्रणा ‘आयआयएस’ के प्रमुख मुस्तफा अल कझिमी की सरकार स्थापित करने की तैयारी में होने का आरोप कतैब हिजबुल्लाह इस ईरान से जुडे हथियारी गुट का प्रवक्ता अबु अली अल-अस्कारी ने किया| कझिमी इराक और ईरान के बागी है और उनका चयन बर्दाश्त नही करेंगे, यह धमकी अस्कारी ने दी है|

‘दो महीनें पहले कासेम सुलेमानी और अल मुहानदिस पर अमरिका ने किए हमले के लिए कझिमी ने सहायता की थी| इसी कारण कझिमी को प्रधानमंत्री बनाया तो वह इराक की जनता के विरोध में युद्ध का ऐलान होगा| ऐसा हुआ तो इराक में बची कुची शांति भी जलकर खांक हो जाएगी’, यह इशारा अस्कारी ने दिया है| इराकी गुप्तचर यंत्रणा ‘आयआयएस’ ने यह आरोप ठुकराए है| सुलेमानी और मुहानदिस पर अमरिका ने की हुई कार्रवाई से कझिमी या संगठन का संबंध नही है, यह बात आयआयएस ने कही है|

‘पर इराक में ईरान से जुडे हथियारी संगठन की धमकियां देश की शांति और व्यवस्था के लिए खतरा साबित हो रही है| अभिव्यक्ती की आजादी का गलत इस्तेमाल करके देश की सुरक्षा को चुनौती देनेवाली किसी भी संगठन या व्यक्ति के विरोध में कडी कार्रवाई की जाएगी’, यह इशारा इराक की गुप्तचर यंत्रणा ने दिया है| इराक के राष्ट्राध्यक्ष सालिह ने इसपर प्रतिक्रिया दर्ज नही की है| पर, इराक में ईरान समर्थक और विरोध ऐसे दो बडे गुट बने है| इनमें से ईरान समर्थक गुटों का प्रभाव इराक में काफी बना है और इराक की अंदरुनि सुरक्षा के लिए वह खतरनाक साबित होने का दावा अमरिकी विश्‍लेषक कर रहे है|

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