ईरान के हवाई बल का होर्मुझ की खाड़ी में युद्धाभ्यास

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तेहरान – ईरान की वायुसेना और रिव्होल्युशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने होर्मुझ की खाड़ी में युद्धाभ्यास शुरू किया है। यह युद्धाभ्यास पर्शियन खाड़ी और ओमान के समुद्री क्षेत्र तक विस्तारने की घोषणा ईरान ने की है।‘यह युद्धाभ्यास मतलब ईरान के दुश्मनों के लिए चेतावनी है। ईरान का बुरा करने के बारे में सोचा भी तो ईरान कठोर प्रत्युत्तर देगा’, ऐसी ईरान के वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी है।

शनिवार को नौसेना अपने इस समुद्री क्षेत्र में ६०० जहाजों के साथ युद्धाभ्यास करने वाली है, ऐसी ईरान ने घोषणा की है। एक महीने पहले होर्मुझ की खाड़ी में सौ जहाजों के साथ बड़े युद्धाभ्यास का आयोजन करके अपने ऊपर प्रतिबन्ध लगाने वाले अमरिका को ईरान ने धमकाया है।

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ईरान की वायुसेना के लगभग २५ लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स ने यह युद्धाभ्यास शुरू किया है। इसमें अमरिकन निर्माण के ‘एफ-४’, फ्रेंच बनावट का मिराज और रशियन बनावट के सुखोई-२२ इन लड़ाकू विमानों का समावेश है। सन १९८० में ईरान और इराक की सद्दाम राजवट में आठ वर्षों तक चले युद्ध की पृष्ठभूमि पर इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया था, ऐसी जानकारी ईरान की सरकारी वृत्तसंस्था ने दी है। लेकिन इन दिनों ईरान के खिलाफ चल रही गतिविधियाँ भी इस युद्धाभ्यास के पीछे वजह है, ऐसा दावा ईरान के वरिष्ठ अधिकारी ने किया है।

ईरान की वायुसेना और रिव्होल्युशनरी गार्ड्स ने आयोजित किया हुआ होर्मुझ की खाड़ी का यह संयुक्त हवाई अभ्यास केवल ईरान का सामर्थ्य दिखाने के लिए नहीं है, बल्कि यह दुश्मन देशों के लिए चेतावनी है। ईरान के बारे में दुश्मनी की भावना रखने वाले देशों ने हमला किया तो ईरान की वायुसेना इन हमलों का कैसे सामना करेगी, ईरान का प्रत्युत्तर कैसा होगा, इसकी पहचान कराके देने के लिए यह हवाई अभ्यास शुरू है, ऐसी चेतावनी इस ईरानी अधिकारी ने दी है।

इस हवाई अभ्यास के बाद अगले कुछ ही घंटों में होर्मुझ की खाड़ी में बड़े नौसेना अभ्यास का आयोजन किया जाने वाला है और इसमें ईरान की नौसेना के ६०० नावें, जहाज शामिल होने वाले हैं, यह जानकारी ईरान की वेबसाईट ने प्रसिद्ध की है।

पिछले दो महीनों में ईरान ने इस क्षेत्र में आयोजित किया हुआ यह दूसरा बड़ा युद्धाभ्यास है। इसके पहले जुलाई महीने के पहले हफ्ते में ईरान की नौसेना ने १०० से अधिक जहाज और गश्ती नौकाओं की सहायता से अभ्यास का आयोजन किया था।

अमरिका ने ईरान के साथ के परमाणु अनुबंध से पीछे हटने से पहले इस अभ्यास का आयोजन करके ईरान ने अमरिका को चेतावनी दी थी। साथ ही अमरिका ने ईरान पर दबाव डालने की कोशिश की तो इस समुद्री क्षेत्र पर कब्ज़ा करके पश्चिमी देशों पर दबाव डालने की धमकी ईरान ने तब दी थी।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार के इंधन वहन में से ३३ प्रतिशत इंधन का परिवहन होर्मुझ की खाड़ी से किया जाता है। इस समुद्री क्षेत्र की संवेदनशील गतिविधियों का परिणाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार के इंधन के दामों पर होता है। इस वजह से इस समुद्री क्षेत्र में तनाव निर्माण न हो, इसके लिए पश्चिमी और खाड़ी देशों की कोशिश जारी रहती है।

लेकिन पिछले कुछ हफ़्तों से ईरान होर्मुझ की खाड़ी पर कब्ज़ा करके इस समुद्री क्षेत्र को बंद करने की धमकी दे रहा है। ईरान की इस धमकी को हम गंभीरता से ले रहे हैं, ऐसा अमरिका ने समय समय पर स्पष्ट किया था।

होर्मुझ की खाड़ी की और उसके आस पास के क्षेत्र में सुरक्षा करने के लिए अमरिका समर्थ है, ऐसा कहकर ईरान ने अगर इस तरह से मुर्खता की, तो उसके ईरान को भयंकर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसी तीव्र चेतावनी अमरिका ने दी थी। लेकिन अमरिका की इन धमकियों की हम परवाह नहीं करते, ऐसा ईरान युद्धाभ्यास का आयोजन करके दिखा रहा है।

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