रशिया के साथ २० साल तक सहयोग करने के लिए ईरान करेगा समझौता

मास्को – ईरान और रशिया के बीच जारी सहयोग काफ़ी पुराना हैं और आगे भी यह सहयोग शुरू रहेगा। कम से कम २० साल तक सहयोग बरकरार रखने के लिए दोनों देश समझौता करेंगे, ऐसा ऐलान ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरीफ ने किया है। इससे पहले, ईरान और चीन के बीच हुए ४०० अरब डॉलर्स के सहयोग की अमरीका और मित्रदेश आलोचना कर रहे हैं। चीन के बाद रशिया से लंबे समय तक सहयोग स्थापित करके ईरान खुद की लष्करी ताकत बढ़ाने की कोशिश में होने का दावा किया जा रहा है।

२० साल तक सहयोग

रशिया के साथ होनेवाले सहयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरीफ रशिया पहुँचे हैं। पिछले महीने से ईरानी विदेशमंत्री की यह दूसरीं रशिया यात्रा हैं। अपने इस दौरे के बारे में ईरानी समाचार चैनलों से की बातचीत के दौरान विदेशमंत्री झरीफ ने, रशिया के साथ २० साल तक सहयोग जारी रखने के लिए समझौता करना, अपने अजंड़ा पर होने की बात कही। ईरान-रशिया का यह लंबे समय के लिए होनेवाला सहयोग सामरिक नज़रिए से अहम होगा, यह जानकारी झरीफ ने साझा की। इस दौरान ईरान के विदेशमंत्री रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लाव्हरोव्ह से भेंट भी करेंगे।

इससे पहले वर्ष २००१ में ईरान और रशिया के बीच २० वर्ष के लिए सहयोग करने से संबंधित समझौता हुआ था। इस बीस साल के समझौते की कालावधि अगले वर्ष ख़त्म हो रही है। इस पृष्ठभूमि पर, ईरान के विदेशमंत्री रशिया पहुँचे हैं। इस समझौते के तहत रशिया ने ईरान को रक्षा सामान की बिक्री की थी। इसमें ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा का भी समावेश था। अमरीका और मित्रदेशों ने इस सहयोग की आलोचना करके ईरान की हथियारों की तैयारी खाड़ी क्षेत्र में हथियारों की होड़ शुरू करेगी, यह आरोप पश्‍चिमी देशों ने किया था। अब भी ईरान अमरिकी प्रतिबंधों से बचने के लिए, रशिया के साथ के इस सहयोग की आड़ में हथियारों से लैस होने की तैयारी करने में जुटा होने का दावा किया जा रहा है।

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