सिरिया का बहुत बड़ा भूभाग अस्साद प्रशासन के कब्जे में आया- रशियन रक्षामंत्रियों का दावा

मॉस्को: रशियन लड़ाकू विमानों से मिलने वाले समर्थन की पृष्ठभूमि पर, सिरिया के अस्साद समर्थक लष्कर ने दहशतवादविरोध के संघर्ष में पहले से दों गुना भूभाग पर कब्ज़ा कर लेने की घोषणा रशियन रक्षामंत्री ‘सर्जेई शोईगू’ ने की। सिरियन लश्कर ने यह नियंत्रण केवल दों महीनों के संघर्ष में प्राप्त करने का दवा रशियन रक्षामंत्री ने किया। इस कारवाही के कारण सिरिया में स्थित ‘आयएस’ के दहशतवादीयों को काफीं बड़ा झटका मिलने की बात भी रक्षामंत्री ‘सर्जेई शोईगू’ ने कही है।

सिरियन लष्कर ने ‘आयएस’ के ख़िलाफ़ संघर्ष में रूझान लेने की खबरें प्रस्तुत हो रही है। रशियन रक्षामंत्री शोईगू ने स्थानीय समाचार चैनल को दी मुलाकात में सिरियन लष्कर ने ‘देर अल-झोर’ इस हिस्से पर नियंत्रण प्राप्त करने की जानकारी दी। साल २०१५ से इस हिस्से पर ‘आयएस’ का कब्ज़ा था। परंतु रशियन लड़ाकू विमानों ने किये हमलें और उनके साथ सिरियन तथा ईरान के लष्कर ने चढ़ाए हमलों के कारण ‘आयएस’ ने पलायन करने की जानकारी रक्षामंत्री ‘सर्जेई शोईगू’ ने दी।

‘देर अल-झोर’ इस भूभाग पर नियंत्रण प्राप्त करने से सिरियन लष्कर के हाथ इंधन तथा ‘फास्फेट’ खनिज की खानें लगने का दावा किया जाता है। पिछले दों वर्षों से ‘आयएस’ के दहशतवादीयों ने यहाँ के इंधन तथा खानिजों की अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में तस्करी कर हतियार ख़रीदने के लिए पैसा इकट्ठा किए थे। परंतु इस विभाग पर नियंत्रण प्राप्त करके सिरियन लष्कर ने ‘आयएस’ के स्रोत को लुप्त कर देने का दावा रशियन माध्यमों के द्वारा किया जा रहा है। इस कारण ‘आयएस’ का पराभव निश्चित होने की जानकारी रक्षामंत्री ‘सर्जेई शोईगू’ ने मुलाकात में प्रस्तुत की।

सिरिया के मानवाधिकार संगठन के मतानुसार, सिरिया लष्कर ने ‘देर अल-झोर’ विभाग में हेलीकाप्टरों द्वारा कमांडो उतारकर ‘आयएस’ के दहशतवादीयों पर हमला किया। सिरियन लष्कर की इस कारवाही में ‘आयएस’ के २५ दहशतवादी मारें जाने का ब्रिटनस्थित मानवाधिकार संगठन का कहना है। दूसरी ओर सिरियन दहशतवादीयों ने किये दावे के अनुसार लष्कर के २० जवान मारे जाने का कहा जाता है। इसपर सिरियन लष्कर ने जानकारी देनेसे इंकार कर दिया। परंतु कुछ ही दिन पहले सिरियन लष्कर के १६ जवान लापता होने का समाचार प्रस्तुत हुआ था।

दरमियाँ, रशिया की लष्करी कारवाही सिरिया के अस्साद प्रशासन के हित में होने का दावा विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है। रशिया के हवाई हमले के कारण सिरियन लष्कर को दहशतवादविरोधी संघर्ष में अग्रणीय स्थान प्राप्त होने का बताया जा रहा है। साथही रशिया के हवाई हमले से सिरिया की संघर्षविराम का मुश्किल में पड जाने का आरोप हो रहा है।

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