गैरकानुनी हरकतें करनेवाला ईरान खतरनाक तरीके से आगे बढ रहा है – ‘ऑइल टैंकर’ पर कब्जा होने पर ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन/तेहरान – ‘यदि ब्रिटेन ने ईरान के ईंधन टैंकर को रिहा नही किया तो पर्शियन खाडी से सफर करनेवाले ब्रिटेन के टैंकर को कब्जे में लेना यह ईरान का कर्तव्य ही है’, यह धमकी ईरान के ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ ने दो सप्ताह पहले दी थी| यह धमकी सच साबित करने के लिए ईरान ने ब्रिटेन के ‘स्टेना इम्पेरो’ इस ईंधन टैंकर को कब्जे में लिया है| ईरान की इस हरकत पर ब्रिटेन ने कडी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और यह घटना ईरान खतरनाक राह पर आगे बढने के संकेत है, इन शब्दों में ब्रिटेन के विदेशमंत्री ने सचेत किया है| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भी ईरान यानी सिर्फ त्रास देनेवाला देश है, यही बात इससे स्पष्ट होती है, ऐसी फटकार लगाई है|

शुक्रवार के दिन ईरान के निकट पर्शियन खाडी से सौदी अरब दे दिशा में जा रहे ‘स्टेना इम्पेरो’ इस ईंधन टैंकर को ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् ने कब्जे में लिया| चार जहाज और हेलिकॉप्टर्स की सहायता से ब्रिटेन के इस ईंधन टैंकर को ईरान की सीमा की दिशा में जाने के लिए विवश किया गया| यह टैंकर ईरान के पोत से टकराया और इसके बाद दिए गए संदेश पर जवाब भी ना मिलने से यह टैंकर कब्जे में करने का खुलासा ईरान ने किया है| ब्रिटेन का टैंकर ‘बंदर अब्बास’ इस बंदरगाह में पहुंचाया गया है और इस टैंकर पर २३ कर्मचारी मौजुद है| इनमें भारत समेत रशिया, लाटविया और फिलिपिनी नागरिकों का समावेश है|

ईरान की इस हरकत पर ब्रिटेन ने कडी प्रतिक्रिया व्यक्त की है| ईरान ने यदि टैंकर रिहा करके विवाद का हल नही निकाला तो उसे काफी गंभी परीणामों का सामना करना होगा| फिलहाल हम लष्करी विकल्पों का नही, बल्कि राजनयिक विकल्पों का विचार कर रहे है| लेकिन, जिब्राल्टर की घटना के बाद ईरान का बरताव गैरकानूनी और अस्थिर हुआ है और यह देश खतरनाक राह पर आगे बढने के संकेत प्राप्त हो रहे है’, इन शब्दों में ब्रिटेन के विदेशमंत्री जेरेमी हंट ने इशारा दिया है| ब्रिटेन के साथ ही अमरिका ने भी ईरान को फटकार लगाई है| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ऐसा कहा है की, यह घटना ईरान दुनिया के लिए सिर्फ त्रास देनेवाला देश है, यही दिखाती है|

दो हफ्ते पहले सीरिया को ईंधन प्रदान करने निकला ईरान का ईंधन टैंकर ब्रिटेन की नौसेना ने कब्जे में किया था| यूरोपिय महासंघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन करके ईरान सीरिया को ईंधन प्रदान कर रहा है, यह आरोप करके ब्रिटेन ने यह कार्रवाई की थी| लेकिन, ईरान भी पर्शियन खाडी से सफर कर रहे ब्रिटेन के टैंकर कब्जे में लेगा, यह धमकी ईरान ने दी थी| इसके बाद ईरान ने ब्रिटेश टैंकर पर कब्जा करने की एक कोशिश की थी| लेकिन, ब्रिटीश मरिन्स ने यह कोशिश सफल होने नही दी थी|

इस घटना के बाद ब्रिटेन ने अपनी दो युद्धपोत और मरिन्स का दल खाडी क्षेत्र में तैनात किया है| फिर भी ईरान ने ब्रिटीश टैंकर पर कारवाई करना सनसनी फैलानेवाली साबित होती है|

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