ईरान परमाणु समझौता तोडने की तैयारी में होने के ऐलान के बाद ‘आईएईए’ ने बुलाई बैठक

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान – ब्रिटेन ने ईरान का ईंधन टैंकर गिरफ्त में लेने के बाद पर्शियन खाडी में जारी गतिविधियां तेज हुई है| ब्रिटेन ने अपना टैंकर रिहा नही किया तो पर्शियन खाडी में ब्रिटेन के टैंकर को गिरफ्त में लेने की धमकी ईरान ने फिर से दी है| साथ ही परमाणु समझौते के नुसार तय संवर्धित युरेनियम की सीमा लांघ ने की तैयारी भी पूरी होने की घोषणा ईरान ने की है| अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने ईरान के इस ऐलान का संज्ञान लेकर इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए १० जुलै के रोज बैठक बुलाई है|

ब्रिटेन ने जिब्राल्टर के समुद्री क्षेत्र में ईरान का ईंधन टैंकर ‘ग्रेस १’ जब्त किया है| यह टैंकर अवैध तरिके से सीरिया को ईंधन सप्लाई करने निकला था, यह आरोप रखकर ब्रिटेन ने यह कार्रवाई की| वर्ष २०१५ में हुए परमाणु समझौते का समर्थन कर रहे और अमरिक राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों का विरोध कर रहे ब्रिटेन ने की इस कार्रवाई से ईरान चौंक गया है| इसके बाद ईरान तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज कर रहा है| ब्रिटेन ने यदि हमारा टैंकर रिहा नही किया तो पर्शियन खाडी में ब्रिटेन के टैंकर पर ऐसी ही कार्रवाई करने की धमकी ईरान ने दी है| ईरान के सामर्थ्य की परीक्षा ना करें, यह धमकी ईरान के नेता दे रहे है| इसी पृष्ठभूमि पर पर्शियन खाडी में ब्रिटेन का जहाज ईरान ने कब्जे में करने के समाचार भी प्राप्त हो रहे थे| लेकिन, इन समाचारों में सच्चाई ना होने की जानकारी भी कुछ ही समय में सामने आ गई|

ईरान ने ब्रिटेन का जहाज कब्जे में नही लिया है, यह खुलासा करके ऐसे समाचार यानी अफवाह होने का दावा भी किया| लेकिन, ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्लाह खामेनी के सलाहकार अली अकबर विलायंती ने काफी भडकाऊ ऐलान किया| अपना देश परमाणु समझौते में तय की गई संवर्धित युरेनियम की सीमा लांघने के लिए तैयार होने की बात विलायंती ने कही| परमाणु समझौत का पालन करने में यूरोपिय देश नाकाम साबित हुए है| अमरिका ने सीधे और यूरोपिय देशों ने अप्रत्यक्ष तरीके से परमाणु समझौता तोडा है, यह आरोप भी विलायंती ने रखा|

जिस तादाद में अमरिका और यूरोपिय देशों ने परमाणु समझौता तोड दिया है, बिलकुल उसी तरह ईरान भी परमाणु समझौता तोड देगा, यह कहकर विलायंती ने ईरान अब संवर्धित युरेनियम की तय सीमा लांघने के लिए तैयार लांघ देगा, यह बात विलायती ने स्पष्ट की| इसकी काफी बडी गुंज सुनाई देने लगी है और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग (आईएईए) ने इस विषय पर बातचीत करने के लिए १० जुलै के रोज बैठक बुलाई है| इस बैठक में ईरान की घोषणा पर घमासान बातचीत होने की उम्मीद है| साथ ही इस ऐलान के लिए ईरान ने चुना समय भी सबसे अहम होने का दावा विशेषज्ञ कर रहे है|

ब्रिटेन ने ईरान का ईंधन टैंकर पर कब्जा करने के बाद ईरान ने यह ऐलान करके तनाव बढाया है| अपनी मांगे पूरी नही हुई तो अगले समय में अधिक आक्रामक निर्णय करेंगे, यह संकेत ईरान दे रहा है| साथ ही अमरिकी एवं ब्रिटीश नौसेना की तैनाती ईरान पर दबाव नही बना सकेगी, यह एहसास भी ईरान ने इन देशों को दिलाया है| इसके अलावा ईरान पर हमला करने की गलती यदि अमरिका ने की तो आधे घंटे के भीतर इस्रायल की राख करेंगे, यह चेतावनी भी ईरान ने दी है| साथ ही ईरान पर हमला करने का निर्णय करते समय महासंहारक युद्ध की तैयारी रखे, यह संदेश भी ईरान दे रहा है|

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